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संख्या भजन ६७. भज जम्बूस्वामी अन्तरजामी अध्यात्म ६८. अब मैं जाना आतमराम ६९. अब मैं जान्यो आतमराम ७०. अब हम अमर भये न मरेंगे ७१. अब हम आतम को पहचाना जी ७२. अब हम आतम को पहिचान्यौ ७३, अनहद शबद सदा सुन रे ७४. आतम अनुभव करना रे भाई ७५. आतम अनुभव कीजै हो ७६. आतम अनुभव कीजिये ७७. आतम अनुभव सार हो ७८. आतम काज सँवारिये ७९. आतम जान रे जान रे ८०. आतम जाना, मैं जाना ८१. आतम जानो रे भाई ८२. आतम महबूब यार ८३. आतमरूप अनूपम है ८४. आपा प्रभु जाना मैं जाना ८५, आतमरूप सुहावना ८६. आतमज्ञान लखें सुख होड़ ८७. आप में आप लगा जी सु हौं तो ८८. इस जीव को यों समझाऊँ री