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________________ पुद्गल अध्ययन उ. गोयमा ! १. सव्वत्थोवा अणंतपएसिया खंधा सव्वेया दव्वट्ठयाए, २. अणंतपएसिया खंधा निरेया दव्वट्ठयाए अणंतगुणा, ३. अणंतपएसिया खंधा देसेया दव्वट्ठयाए अणंतगुणा, ४. असंखेज्जपएसिया खंधा सव्वेया दव्वट्ठयाए अणंतगुणा, ५. संखेज्जपएसिया खंधा सव्वेया दबट्ठयाए ___ असंखेज्जगुणा, ६. परमाणुपोग्गला सव्वेया दव्वट्ठयाए असंखेज्जगुणा, ७. संखेज्जपएसिया खंधा देसेया दवट्ठयाए असंखेज्जगुणा, ८. असंखेज्जपएसिया खंधा देसेया दव्वट्ठयाए असंखेज्जगुणा, ९. परमाणुपोग्गला निरेया दव्वट्ठयाए असंखेज्जगुणा, १०. संखेज्जपएसिया खंधा निरेया दव्वट्ठयाए संखेज्जगुणा, ११. असंखेज्जपएसिया खंधा निरेया दव्वट्ठयाए असंखेज्जगुणा, पएसट्ठाए-सव्वत्थोवा अणंतपएसिया। सेसं तं चेव। णवरं-परमाणुपोग्गला अपएसट्ठयाए भाणियव्या, संखेज्जपएसिया खंधा निरेया पएसट्ठयाए असंखेज्जगुणा। दव्वट्ठ-पएसट्ठयाए१. सव्वत्थोवा अणंतपएसिया खंधा सव्वेया दव्वट्ठयाए, २. ते चेव पएसट्ठयाए अणंतगुणा, ३. अणंतपएसिया खंधा निरेया दवट्ठयाए __ अणंतगुणा, ४. ते चेव पएसट्ठयाए अणंतगुणा, ५. अणंतपएसिया खंधा देसेया दव्वट्ठयाए अणंतगुणा, १८५३ उ. गौतम ! १. सर्वकम्पक अनन्त-प्रदेशी स्कन्ध द्रव्य की अपेक्षा सबसे ___ अल्प है, २. (उनसे) निष्कम्पक अनन्त-प्रदेशी स्कन्ध द्रव्य की अपेक्षा ____ अनन्तगुणे हैं, ३. (उनसे) देशकम्पक अनन्त-प्रदेशी स्कन्ध द्रव्य की अपेक्षा अनन्तगुणे हैं, ४. (उनसे) सर्वकम्पक असंख्यात प्रदेशी स्कन्ध द्रव्य की अपेक्षा अनन्तगुणे हैं, ५. (उनसे) सर्वकम्पक संख्यात-प्रदेशी स्कन्ध द्रव्य की अपेक्षा असंख्यातगुणे हैं, ६. (उनसे) सर्वकम्पक परमाणु-पुद्गल द्रव्य की अपेक्षा ___ असंख्यातगुणे हैं, ७. (उनसे) देशकम्पक संख्यात-प्रदेशी स्कन्ध द्रव्य की अपेक्षा असंख्यातगुणे हैं, ८. (उनसे) देशकम्पक असंख्यात-प्रदेशी स्कन्ध द्रव्य की अपेक्षा असंख्यातगुणे हैं, ९. (उनसे) निष्कम्पक परमाणु-पुद्गल द्रव्य की अपेक्षा असंख्यातगुणे हैं, १०. (उनसे) निष्कम्पक संख्यात-प्रदेशी स्कन्ध द्रव्य की __ अपेक्षा संख्यातगुणे हैं, ११. (उनसे) निष्कम्पक असंख्यात-प्रदेशी स्कन्ध द्रव्य की अपेक्षा असंख्यातगुणे हैं। प्रदेशों की अपेक्षा-सबसे अल्प अनन्त-प्रदेशी स्कन्ध हैं। शेष कथन पूर्ववत् है। विशेष-परमाणु पुद्गलों के प्रदेश नहीं कहने चाहिए। प्रदेशों की अपेक्षा निष्कम्पक संख्यात-प्रदेशी स्कन्ध असंख्यातगुणे हैं। द्रव्य प्रदेश की अपेक्षा१. द्रव्य की अपेक्षा सबसे अल्प सर्वकम्पक अनन्त प्रदेशी स्कन्ध हैं, २. वे ही प्रदेशों की अपेक्षा अनन्तगुणे हैं, ३. द्रव्य की अपेक्षा निष्कम्पक अनन्त प्रदेशी स्कन्ध ___अनन्तगुणे हैं, ४. वे ही प्रदेशों की अपेक्षा अनन्तगुणे हैं, ५. द्रव्य की अपेक्षा देशकम्पक अनन्त-प्रदेशी स्कन्ध ___ अनन्तगुणे हैं, ६. वे ही प्रदेशों की अपेक्षा अनन्तगुणे हैं, ७. द्रव्य की अपेक्षा सर्वकम्पक असंख्यात-प्रदेशी स्कन्ध ___अनन्तगुणे हैं, ८. वे ही प्रदेशों की अपेक्षा असंख्यातगुणे हैं, ९. द्रव्य की अपेक्षा सर्वकम्पक संख्यात-प्रदेशी स्कन्ध असंख्यातगुणे हैं, १०. वे ही प्रदेशों की अपेक्षा असंख्यातगुणे हैं, ६. ते चेव पएसट्ठयाए अणंतगुणा, ७. असंखेज्जपएसिया खंधा सव्वेया दबट्ठयाए अणंतगुणा, ८. ते चेव पएसट्ठयाए असंखेज्जगुणा, ९. संखेज्जपएसिया खंधा सव्वेया दव्वट्ठयाए असंखेज्जगुणा, १०. ते चेव पएसट्ठयाए असंखेज्जगुणा,
SR No.090160
Book TitleDravyanuyoga Part 3
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKanhaiyalal Maharaj & Others
PublisherAgam Anuyog Prakashan
Publication Year1995
Total Pages670
LanguageHindi, Prakrit
ClassificationBook_Devnagari, Metaphysics, Agam, Canon, & agam_related_other_literature
File Size26 MB
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