SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 659
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ५५२ ३०. (२) अहवेगे य आहारगमीसगसरीरकायप्पओगी य कम्मगसरीरकायप्पओगिणो य, ३१. (३) अहवेगे य आहारगमीसगसरीरकायप्पओगिणो यकम्मगसरीरकायप्पओगी य, ३२. (४) अहवेगे य आहारगमीसगसरीरकायप्पओगिणो य कम्मगसरीरकायप्पओगिणो य, एए चत्तारि भंगा एवं चउवीसंभंगा। य. पाचपआगिणा ३३. (१) अहवेगे य ओरालियमीसगसरीरकायप्पओगी य आहारगसरीरकायप्पओगी य, आहारगमीसगसरीर-कायप्पओगी य, ३४. (२) अहवेगे य ओरालियमीसगसरीरकायप्पओगी य आहारगसरीरकायप्पओगिणो य, आहारगमीसग-सरीरकायप्पओगिणो य, (३) अहवेगे य ओरालियमीसगसरीरकायप्पओगी य आहारगसरीरकायप्पओगिणो य, आहारगमीसग-सरीरकायप्पओगी य, ३६. (४) अहवेगे य ओरालियमीसगसरीरकायप्पओगी य आहारगसरीरकायप्पओगिणो आहारगमीसग-सरीरकायप्पओगिणो य, ३७. (५) अहवेगे य ओरालियमीसगसरीर कायप्पओगिणो य आहारगसरीरकायप्पओगी य आहारगमीसगसरीरकायप्पओगी य, ३८. (६) अहवेगे य ओरालियमीसगसरीर कायप्पओगिणो य आहारगसरीरकायप्पओगी य आहारगमीसग सरीरकायप्पओगिणो य, ३९. (७) अहवेगे य ओरालियमीसगसरीर कायप्प ओगिणो ये आहारगसरीरकायप्पओगिणो य आहारगमीसगसरीरकायप्पओगी य, ४०. (८) अहवेगे य ओरालियमीसगसरीरकायप्प ओगिणो य आहारगसरीरकायप्पओगिणो य आहारगमीसगसरीरकायप्पओगिणो य, एए अट्ठ भंगा। ४१. (१) अहवेगे य ओरालियमीसगसरीरकायप्पओगी य आहारगसरीरकायप्पओगी य कम्मगसरीर कायप्पओगीय, ४२. (२) अहवेगे य ओरालियमीसगसरीरकायप्पओगी .. य आहारगसरीरकायप्पओगी य कम्मगसरीर कायप्पओगिणो य, ४३. (३) अहवेगे य ओरालियमीसगसरीरकायप्पओगी य आहारगसरीरकायप्पओगिणो य कम्मगसरीर कायप्पओगीय, ४४. (४) अहवेगे य ओरालियमीसगसरीरकायप्पओगी य आहारगसरीरकायप्पओगिणो य कम्मगसरीरकायप्पओगिणो य, द्रव्यानुयोग-(१) ३०. (२) अथवा एक आहारकमिश्रशरीरकायप्रयोगी और अनेक कार्मणशरीरकायप्रयोगी होते हैं, ३१. (३) अथवा अनेक आहारकमिश्रशरीरकायप्रयोगी और एक कार्मणशरीरकायप्रयोगी होता है, ३२. (४) अथवा अनेक आहारकमिश्रशरीरकायप्रयोगी और अनेक कार्मणशरीरकायप्रयोगी होते हैं, इस प्रकार ये चार भंग हैं। इस प्रकार ये २४ भंग (द्विकसंयोगी) हुए। ३३. (१) अथवा एक औदारिकमिश्रशरीरकायप्रयोगी एक आहारकशरीरकायप्रयोगी और आहारकमिश्रशरीर-कायप्रयोगी होता है, ३४. (२) अथवा एक औदारिक मिश्रशरीरकायप्रयोगी एक आहारकारीरकायप्रयोगी और अनेक आहारकमिश्रशरीर-कायप्रयोगी होते हैं, ३५. (३) अथवा एक औदारिकमिश्रशरीरकायप्रयोगी अनेक आहारकशरीरकायप्रयोगी और एक आहारकमिश्रशरीर- कायप्रयोगी होता है, ३६. (४) अथवा एक औदारिकमिश्रशरीरकायप्रयोगी अनेक आहारकशरीरकायप्रयोगी और अनेक आहारकमिश्रशरीर- कायप्रयोगी होते हैं, ३७. (५) अथवा अनेक औदारिकमिश्रशरीरकायप्रयोगी एक आहारकशरीरकायप्रयोगी और एक __ आहारकमिश्रशरीर-कायप्रयोगी होता है, ३८. (६) अथवा अनेक औदारिकमिश्रशरीरकायप्रयोगी एक आहारकशरीरकायप्रयोगी और अनेक आहारकमिश्रशरीर-कायप्रयोगी होते हैं, ३९. (७) अथवा अनेक औदारिकमिश्रशरीरकायप्रयोगी, अनेक आहारकशरीरकायप्रयोगी और एक आहार कमिश्रशरीरकायप्रयोगी होता है, ४0. (८) अथवा अनेक औदारिकमिश्रशरीरकाय- प्रयोगी अनेक आहारकशरीरकायप्रयोगी और अनेक आहारकमिश्रशरीरकायप्रयोगी होते हैं, इस प्रकार ये आठ भंग हैं। ४१. (१) अथवा एक औदारिकमिश्रशरीरकायप्रयोगी एक आहारकशरीरकायप्रयोगी और एक कार्मणशरीरकायप्रयोगी होता है, ४२. (२) अथवा एक औदारिकमिश्रशरीरकायप्रयोगी एक आहारकशरीरकायप्रयोगी और अनेक कार्मणशरीरकाय- प्रयोगी होते हैं, ४३. (३) अथवा एक औदारिकमिश्रशरीरकायप्रयोगी अनेक आहारकशरीरकायप्रयोगी कायपयोगी और कार्मणशरीरकायप्रयोगी होता है, ४४. (४) अथवा एक औदारिकमिश्रशरीरकायप्रयोगी अनेक आहारकशरीरकायप्रयोगी _ और अनेक कार्मणशरीरकाय-प्रयोगी होते हैं,
SR No.090158
Book TitleDravyanuyoga Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKanhaiyalal Maharaj & Others
PublisherAgam Anuyog Prakashan
Publication Year1994
Total Pages910
LanguageHindi, Prakrit
ClassificationBook_Devnagari, Metaphysics, Agam, Canon, & agam_related_other_literature
File Size32 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy