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३०.
नवधा भक्ति इसका फल कुपात्र व अपात्र का लक्षण इसका फल अतिथि-संविभाग का फल व्रतों का उपसंहार सप्तमाध्याय सारांश
३२.
३३.
अष्टम अध्याय -
पृ. क्र. २७४ से २८७
Mi 5,
सल्लेखना का लक्षण इसका समय इसकी निरंतर भावना पापों की आलोचना सल्लेखना की विधि इसके परिणाम कलुषता का त्याग कायकृष की विधि मृत्यु का सत्कार
और भी कहा है शुद्ध ध्यान विशेष
और भी कहा है 'इसका फल अष्टम अध्याय का सारांश
१२.
१५.
(४२)