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विषयसूची
विषय
श्लोकाडक
७-८ ९-१२
१६-१७
१८
१९-२० २१-२२
सम्यग्ज्ञान की आराधना के अङग सम्यग्दर्शन के पश्चात सम्यग्ज्ञान सम्यग्ज्ञान के भेद सम्यग्ज्ञान का स्वरूप मतिज्ञान का फल मिथ्यादृष्टियों में ज्ञान की विपरीतता सम्यग्दर्शन और सम्यग्ज्ञान के पश्चात् चारित्र चारित्र आत्मा का स्वस्वरूप यथाख्यात चारित्र का स्वरूप सामायिक चारित्र सूक्ष्म सांपराय चारित्र परिहारविशुद्धि चारित्र छेदोपस्थापन चारित्र हिंसादि पापों का निषेध मद्यपान निषेध मांसभक्षण निषेध मधुभक्षण निषेध उदुम्बरादिफलभक्षणनिषेध मद्यपानादित्याग की प्रशंसा मद्यादि का स्वाद लेनेवालों से सहभोजन निषेध व्रती के नियम मूंग आदि भी अभक्ष्य-आशङका उसका उत्तर दर्शनप्रतिमा का धारक सम्यग्दर्शन का फल १२. दूसरी प्रतिमा का विस्तार दूसरी व्रत प्रतिमा हिंसा का परित्याग अहिंसाणुव्रत पन्द्रह प्रमाद सामान्य और विशेष निवृत्ति हिंसा के विविध रूप अहिंसा के पर्याय अहिंसावत वस्तुओं का हेयादेयपना
२४-२५ २६ - २७ २८-२९ ३०-३२*३. ३३-३८,६०.१-३ ३८*१-४२ ४२१-४५ ४६-५२१ ५२*२-५३ ५३*१-५४ ५५-५५*१ ५५*२-६० ६१-६३, ६५ ६४, ६६
१*१, ३*२-२३,
३
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४-४२१० ५-७ ७*१, २९ ८-११०२
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