________________ -धर्मरत्नाकरः - 18 तीर्थवन्दनसंग्रह-जैन तीर्थक्षेत्रों के विषय में 40 दिगंबर जैन लेखकों की कृतियों का संक लन. संपादक डॉ. विद्याधर जोहरापुरकर. डेमी 1/8, पृष्ठ 200. प्रथम संस्करण इ. सन 1965. __मूल्य रु. 5. 19 प्रमाप्रमेय- श्री. भावसेन कृत संस्कृत न्यायग्रंथ. हिंदी अनुवाद. डॉ. विद्याधर जोहरापुरकर डेमी 1/8, पृष्ठ. 6+4+ 158 इ. सन 1966. मूल्य रु. 50 20 Ethical Doctrines in Jainism- मुनधर्म, श्रावकधर्म, आचार नियम-लेखक डॉ. के. सी. सोगानी. क्राउन 1/8 पृष्ठ. 5 + 16 + 302 इ. सन 1967. मूल्य रु. 12. 21 Jain View of Life- जैन फिलॉसफी, आत्मसिद्धान्त- कर्मसिद्धान्त. लेखक- डॉ. टी. जी. कलघटगी. डेमी 1/8, पृष्ठ 12+200. प्रथम संस्करण 1969. मूल्य रु. 6. 22 चंद्रप्रभचरितम्- श्रीवीरनन्दी कृत. संस्कृत टीका - विद्वान् मानव वल्लभ- मुनिचंद्रकृत. पंजिका - गुणनंदीकृत- संपादक- पं. अमृतलालशास्त्री वाराणसी-क्राउन 1/8, पृष्ठ 41 + 556. प्रथम संस्करण सन 1971. मूल्य रु. 16. 23 धवला षट्खंडागम- सत्प्ररूपणा पुस्तक 1- आचार्य पुष्पदंत- भूतबळीकृत सूत्र प्राकृत- संस्कृत टीका-वीरसेनाचार्यकृत श्रीमंत सेठ सितापराय लक्ष्मीचंद्र जैन साहित्योद्धार ग्रंथमाला अन्तर्गत-संपादक. स्व. डॉ. हीरालाल जैन, डॉ. आदिनाथ नेमिनाथ उपाध्ये M. A: Ph. D. प्रो. ऑफ जैनालॉजी, म्हैसूर- हिंदी अनुवादक-पं. फूलचंद्र शास्त्री तथा पं. हीरालाल शास्त्री. प्रथम संस्करण का संशोधित संस्करण. प्रकाशक जैन संकृति संरक्षक संघ-इ. स. 1973, श्री. वीर निर्वाण संवत 2499. पृष्ठ 12+20 + 8+4+ 844 + 12 +25 मूल्य रु. 16. 24 वर्षमानचरित्र- असग कविकृत संस्कृत प्राचीन ग्रंथ का हिंदी अनुवाद- प्रस्तावनासहित हिन्दी अनुवादक डॉ. पं. पन्नालालजी साहित्याचार्य- श्री. महावीर 2500 वे निर्वाण महोत्सव के उपलक्ष में प्रकाशित- क्राऊन१/८, पृष्ठ 12+40 + 320. प्रथम संस्करण. इ. स. 1974. वीरनिर्वाण संवत 2500 मूल्य रु. 12. 25 धर्मरत्नाकर- जयसेनाचार्यकृत. संस्कृत तत्त्व सिद्धान्त-विस्तृत विवेचन. हिंदी अनुवाद पं. जिनदासशास्त्री फडकुले. क्राऊन साईज 1/8, प्रथम संस्करण 1974 वीरनिर्वाण संवत 2500. पृष्ठ 54+ 420 + 39 + 5. मूल्य रु. 20. 26 रइधू ग्रंथावली- (पासणाहचरिउ, सुकोसल चरिउ, धण्णकुमार चरिउ) रईधू कवि कृत प्राचीन प्राकृत अपभ्रंश ग्रंथ। हिंदी अनुवाद- प्रस्तावना- डॉ. राजाराम जैन-क्राऊन 18, पृष्ठ 100 + 408, प्रथम संस्करण, सन 1974, वीरनिर्वाण संवत 2500. ___ मूल्य रु. 16 आगामी प्रकाशन- ज्ञानार्णव, धर्मपरीक्षा, सुभाषित रत्न संदोह, श्रावकाचार संग्रह, सम्मइ जिणचरिउ, महापुराण आदि ग्रंथ शीघ्र प्रकाशित हो रहे हैं। अन्यत्र प्रकाशित ग्रंथ भी मिलते हैंपार्वाभ्युदय- आचार्य जिनसेन कृत संस्कृत प्राचीन ग्रंथ- संस्कृत टीका तथा इंग्लिश अनुवाद संपादक- प्रा. मोतीचंद गौतमचंद कोठारी (फलटण). क्राऊन 1/16, पृष्ठसंख्या११५+७१२. प्रथम संस्करण-१९६५. मूल्य रु. 10. धवलाषट्खंडागम- (शास्त्राकार) भाग-८ से 12. प्रत्येक भाग की कीमत मूल्य रु. 12. (पुस्तकाकार) भाग 10 से 16 प्रत्येक भाग की कीमत मूल्य रु. 12. - -