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(देव शिल्प
तिलक संख्या कोण
श्रृंग संख्या कोण प्रत्यंग प्रस्थ रथ उपरथ भद्रनन्दी
अद्र
शिखर
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कल
कुल
२५. मेरु पासाद वृषभ प्रासाद के कोणों के ऊपर के तिलक हटाकर उसकी जगह श्रृंग चढ़ावें ।
संख्या कोण १२ प्रत्यंग प्ररथ १६
श्रृंग
स्थ
उपरथ भद्र-मन्दी
ARRHORT
Lion
शिखर
१
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कुल
१०१
हाधA
त्त
रुप्रासाद