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________________ दिव शिल्प New कुंभ क्र. नक्षत्र चरणाक्षर सर्वोत्तम उत्तम मध्यम ----- ---- -- ---- ------- १. गू वासुपूज्य धर्मनाथ, संभवनाथ अभिनंदननाथ सुमतिनाथ, चंद्रप्रभ -------- २. गे विमलनाथ, धर्मनाथ आदिनाथ, शीतलनाथ, अनंतनाथ अरहनाथ, सुभतिनाथ, महावीर. नामनाथ,पुष्पदंत, पद्मप्रभ - - - - - - - - - - - - - - ---------------- ---- --- ------- ३. गो मुनिसुव्रतनाथ पल्लिनाथ, नामिनाथ श्रेयांसनाथ शातिनाथ, सुगलिनाथ, महावीर, नेमिनाथ,सुपार्श्वनाथ, पद्मप्रभ पार्श्वनाथ -------------- ------- ---------- ------------- --------------- ---- ४. सा चन्द्रप्रभ कुंथुनाथ, सुपार्श्वनाथ वासुपूज्य, महावीर महावीर, पद्मप्रभा पार्श्वनाथ, नेमिनाथ ५. सी संभवनाथ, सुपार्श्वनाथ अभिनदननाथ, पार्श्वनाश, विमलनाथ, अनंतनाथ, पार्श्वनाथ, शीतलनाथ अरहनाथ, पुष्पदत, आदिनाथ, चन्द्रप्रभ -------- ------------------- श्रेयांसनाथ आदिनाथ, पुष्पदंत, शीतलनाथ, मुनिसुव्रत शांतिनाथ, चन्द्रप्रभ मल्लिनाथ, नमिनाथ, धर्मनाथ ---- ------------ ---------------------------------- --- ७. से शीतलनाथ, श्रेयांसनाथ, मुनिसुव्रतनाथ, वासुपूज्य कुंथुनाथ आदिनाथ, पुष्दंत, सुमतिनाथ अजितनाथ ८. सो विमलनाथ. अनंतनाथ अरहनाथ श्रेयांसनाथ, संभवनाथ अभिनंदननाथ . नेमिनाथ पद्मप्रभु, महावीर मुनिसुव्रतनाथ, वासुपूज्य ९. वासुपूज्य, सुपार्श्वनाथ पार्श्वनाथ धर्मनाथ, विमलनाथ, शांतिनाथ, नमिनाथ, मल्लिनाथ, अनंतनाथ, अरहनाथ
SR No.090130
Book TitleDevshilp
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDevnandi Maharaj
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages501
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Art
File Size9 MB
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