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________________ (देव शिल्प ३८२] ন क्र. नक्षत्र चरणाक्षर सर्वोत्तम उत्तम मध्यम ------- - - - - - - - - सुमतिनाश, शीतलनाथ आदिनाथ, पुष्पदंत श्रेयांसनाथ, वासुपूज्य मुनिसुव्रत, अजितनाथ कुंभुनाथ २ यो - . . . . श्रेयसनाथ, वासुपूज्य, . . . . : . शिल'थ, : अनंतनाथ, अरहनाथ, मुनिसुव्रत. राभवनाश्य, अभिनंदन, पद्मप्रभ, नेमिनाथ नहावीर - - - - - - - - - ------- ------------ ३. भा - वासुपूज्य,धर्मनाय सुपार्श्वनाथ, पार्श्वनाथ विमलनाथ, अनंतनाथ, अरहनाथ, शांतिनाथ मल्लिनाथ, नमिनाथ ----------.. ४. भी अजितनाथ, समत्निाथ, विमलनाथ, चन्द्रप्रभ अनंतनाथ, अरहनाथ शांतिनाथ, मल्लिनाथ कुंथुनाथ नमिनाथ - - - - - - - आदिनाथ, पुष्पदंत शीतलनाथ, शांतिनाथ मल्लिनाथ, नमिनाथ पद्मप्रभ, महावीर, नेमिनाथ सम्भवनाथ, अभिनंनदननाथ, अजितनाथ. कुंथुनाथ - - - - - - - - - - - - - - ------ ----- ६ धा श्रेयांसनाथ,धर्मनाथ सुपार्श्वनाथ, संभवनाथ मुनिसुव्रतनाथ, पार्श्वनाथ. अजितनाथ, कुंथुनाथ, अभिनंदननाथ ---- ७. फा वासुपूज्य,संभवनाथ, अभिनंदननाथ . सुमतिनाथ, धर्मनाथ, चन्द्रप्रभ --------- ८. दा अदिनाथ, पुष्पदंत चिमलनाथ, शीतलनाथ अनंतनाथ. अरहनाथ सुमतिनाथ ਬਸੰਤਾਪ पद्मप्रभ, महावीर नेमिनाथ --- ---------------- ------- ९. भे शातिनाथ, मल्लिनाथ, श्रेयांसनाय, गेमिनाथ नेमिनाथ, सुमतिनाथ पद्मप्रभ, गहावीर, सुपार्श्वनाथ पाश्वनाथ, नेमिनाथ
SR No.090130
Book TitleDevshilp
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDevnandi Maharaj
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages501
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Art
File Size9 MB
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