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(देव शिल्प)
(२९७
तीर्थकर मुनिसुव्रतनाथ
वरुण यक्ष
सफेद *
विशे. वर्ण वाहन मुकुट मुख नेत्र भुजा बायें हाथ में दाहिने हाथ में
दिग. सफेद बैल जटा का आठ तीन-तीन
बैल जटा का
चार
चार
तीन-तीन आठ नेवला, कमल, धनुष, फरसा विजौरा, गदाबाण, शक्ति
ढाल, फल, तलवार, दरवान
विशे.
बहुरुपिणी देवी (सुगन्धिनी)
श्वे.- नरदत्ता दिग. पीला
गौर** काला सर्प
भद्रासन
वर्ण
चार
चार
वाहन भुजा बायें हाथ में दाहिने हाथ में
ढाल, फल तलवार, वरदान
बिजौरा, शूल वरदान, माला
ICS
वरूण या
बहुरूपिणी (सुगंधिनी) देवी
* प्रवचन सारोद्धार में कृष्णवर्ण, **आचार दिगकर में सुवर्णवर्ण