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(देव शिल्प
२९६)
विशे.
तीर्थंकर मल्लिनाथ
कुबेरयक्ष दिग. इन्द्रधनुष हाथी
वर्ण
चार
वाहन मुख भुजा दाहिने हाथ में बायें हाथ में
श्वे. इन्द्रधनुष हाथी गरुड़ मुख आठ वरदान, फरसा, शूल, अभय . बिजौरा, शक्ति, मुदगर, माला
आठ तलवार, बाण, नागपाश, वरदान ढाल, धनुष, दण्ड, कमल
अपराजिता देवी को-सोदा
विशे.
दिग.
वर्ण
हरा अष्टापद
श्वे. कृष्ण कमल चार वरदान, माला बिजौरा, शक्ति
वाहन भुजा दाहिने हाथ में बायें हाथ में
चार
तलवार,वरदान ढाल, फल
कुबेर यक्ष
अपराजिता देवी