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(देव शिल्प
(२८७)
तीर्थकर शीतलनाथ
ब्रह्मयक्ष
विशे.
दिग.
श्वे.
वर्ण
आसन मुख नेत्र भुजा दाहिने हाथ में बायीं भुजा में
सफेद
सुवर्ण कमल
कमल चार
चार
तीन-तीन आठ
आठ बाण, फरसा, तलवार, वरदान बिजौरा, मुद्गर, पाश, अभय धनुष, दण्ड, ढाल, वज्र नेवला, गदा, अंकुश, माला
विशे.
मानवी देवी (चामुण्डा देवी)
श्वे.- अशोका दिग. हरा काला शूकर
वर्ण
भूने
वाहन आसन भुजा दाहिने हाथ में बायीं भुजा में
चार बिजौरा, वरदान मछली, माला
कमल चार वरदान,पाश फल, अंकुश
ब्रह्मयक्ष
मानवी (चा डा) देवी