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________________ ३४३ खण्डित प्रतिमा प्रकरण प्रतिमा के अंग भंग होने के फल जीर्णोद्वार प्रकरण प्रतिमा उत्थापन एवं सकल्प विधि प्रतिमा का मंजन, मन्दिर में अशुद्ध द्रव्य का प्रवेश वजलेप वास्तु शांति विधान वास्तु पुरुष प्रकरण ३४४ ३४६ ३४७ ३५० ३५१ ३५२ ३५४ ज्योतिष प्रकरण ३५७ ३५७ ३५८ ३५९ ३५९ ३६० ३६१ ३६१ ३६२ वास्तु ज्योतिष प्रकरण : कार्य प्रारंभ मुहूर्त का चयन मंदिर आरंभ के समय राशि सूर्य फल मंदिर आरंथ के समय मन्दिर कार्य आरम्भ के समय निर्बल ग्रह मन्दिर आरंभ के लिए लान शुद्धि लम से संबधित मन्दिर की आयु विचार लग्न से संबंधित मंदिर का फलाफल विचार मन्दिर आरम्भ के समय कुयोग और उसका फल राहूचक्र निर्देश वार वशेन राहू वास, राहू दिशा कार्य फल मन्दिर आरंभ के समय बारह भावों में नवग्रहों का शुभाशुभ कथन वेध प्रकरण, वेध के प्रकार संख्याओं के अनुसार वेध फल, वेध परिहार द्वार वेध विचार अपशकुन एवं अशुभ लक्षण मन्दिर में महादोष, मन्दिर निर्माण में वास्तु दोष दिशामूढ के अन्य प्रकरण, छायाभेद वास्तु दोषों के अन्य भेद तीर्थंकर प्रतिमा निर्णय तीर्थकर एवं प्रतिमा स्थापनकर्ता की राशि का मिलान चक्र प्रतिमा स्थापनकर्ता एवं तीर्थंकर की राशि का नवांश.मिलान ३६३ ३६४ ३६५ ३६६ ३६७ ३६८ ३६९ ३७० ३७२ ३७३ ३७४
SR No.090130
Book TitleDevshilp
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDevnandi Maharaj
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages501
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Art
File Size9 MB
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