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अनुक्रमणिका
भूमिप्रकरण णमोकार महामंत्र मंगलाचरण चतुर्विंशति तीर्थंकर स्तर जिन भवन महिमा मंदिर की आवश्यकता मंदिर निर्माण का पुण्य फल जिनालय माहात्म्य सूत्रधार प्रकरण, नाम, गुण सूत्रधार का सम्मान एवं प्रार्थना सूत्रधार के अष्टसूत्र दिशा प्रकरण दिशा निर्धारण, आधुनिक विधि दिशा निर्धारण की प्राचीन विधि भूमि चयन, शुभ भूमि के लक्षण भूमि चयन, योग्य लक्षण, आकार की अपेक्षा अन्य शुभ लक्षणों वाली भूमि के फर। विभिन्न अशभADो से युक्त भमि पर मंदिर बनाने का निषेध विभिन्न अशुभ लक्षणों से युक्त भूमि पर मंदिर बनाने के विपरीत परिणाम धातु मिश्रित भूमि का शुभाशुभ कथन भूगि परीक्षण विधियाँ १-२.३ शल्य शोधन मापप्रकरण माप प्रकरण- आधुनिक मान, गज का प्रयोग गज उठाने का फलाकल आय प्रकरण, आय की गणना आय विचार संशोधन स्थान के अनुरुप आय रेखांकन,शुभाशुभकथन