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छहढाला
-व्यवहार सम्यक्त्व किसे कहते हैं ?
उत्तर - सात तत्त्वों का सच्चा श्रद्धान व्यवहार सम्यग्दर्शन हैं। हेय
को हेय, उपादेय को उपादेय और ज्ञेय को ज्ञेय जानना ।
प्रश्न ६ – हेय, ज्ञेय, उपादेय किसे कहते हैं ? उत्तर – हेय = छोड़ने योग्य | ज्ञेय = जानने योग्य | उपादेय - ग्रहण करने योग्य
प्रश्न ५
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पुन ७ – यौन से हैं?
उत्तर - आस्रव और बन्ध तत्त्व हेय हैं ।
प्रश्न ८ - ज्ञेय तत्त्व कौन से हैं ?
उत्तर – जीव, अजीव, आस्रव, बन्ध, संवर, निर्जरा और मोक्ष सातों ज्ञेय हैं ।
प्रश्न ९ – उपादेय तत्त्व कौन से हैं ?
उत्तर - जीव, संवर, निर्जरा और मोक्ष तत्त्व उपादेय हैं ।
प्रश्न १० – सम्यक्त्व उत्पत्ति के कारण कौन से हैं ? उत्तर --- सच्चे देव, गुरु और धर्म – ये सम्यक्त्व के कारण हैं । प्रश्न १९ – सच्चे देव, गुरु और धर्म कौन-कौन हैं ? उत्तर -- देव जिनेन्द्र – जिनेन्द्रदेव |
गुरु परिग्रहबिन — परिग्रह रहित साधु । धर्म दयाजुत — दयामयी धर्म ।
प्रश्न १२ – जिनेन्द्र किसे कहते हैं ?
उत्तर -- चार घातिया कर्मों को जीतनेवाले परमात्मा को जिनेन्द्र कहते हैं ।
प्रश्न १३ – कारण किसे कहते हैं ?
उत्तर- ( १ ) उपादान कारण, (२) निमित्त कारण ।
प्रश्न १४ -- उपादान कारण किसे कहते हैं ?
उत्तर – जो स्वयं कार्यरूप परिणमें उसे उपादान कारण कहते हैं ।
प्रश्न १५ -- निमित्त कारण किसे कहते हैं ?
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उत्तर -- जो कार्य की उत्पत्ति में सहायक हो उसे निमित्त कारण कहते हैं ।