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________________ २५८] धरणानुयोग-२ सप के प्रकार सूत्र ५३६-५४२ तवष्यगारा तप के प्रकार५३६. दुविहे तवे पणते, तं जहा ५३६ तप दो प्रकार का कहा गया है, यथा--- १. बाहिरए य, २. आस्मितरे य।। (१) बाह्य, (२) आभ्यन्तर । -वि. स. २५, उ.७, मु. १६६ प०-से कि बाहिरए। प्र--बाह्य तप क्या है ? कितने प्रकार का है ? उ.-छविहे बाहिरए तवे पण्णत्ते, सं जहा उ०-बाह्य तप छ: प्रकार का कहा गया है, १. अणसणं, २. मोभोयरिया, ३. भिक्खायरिया । यथा--(१) अनशन, (२) अवमोदरिका, (३) भिक्षाचर्या, ४, रसपरिचाए, ५. कायकिलेसो, ६. पडिसलीणता (४) रसपरित्याग, (२) कायक्लेश, (६) प्रतिसलीनता । - वि. स २५, उ. ७, सु १६७ आजोवियत बप्पगारा आजीविक तप के प्रकार५४०. आजीबियाणं घउबिहे तवे पण्णत्ते, तं जहा ५४०. आजीविकों के तप चार प्रकार के हैं, यथा१. उगतये, २. घोरतये, (१) उपतप, (२) पोरतप, ३. रसगिम्हणता, ४. जिमिवियपडिसंलोणता । (३) रस परित्याग, (४) जिव्हेन्द्रिय प्रतिसंलीनता । - ठाणं. अ. ४, उ. २, सु. ३०६ अनशन-तप-२ अणसणप्पगारा अनशन के प्रकार-- ५४१. ५० - से कितं अणसणे ? ५४१, प.- अनशन क्या है वह कितने प्रकार का है ? उ.-अणसणे विहे पणते, तं जहा-- उ०-अनशन दो प्रकार का है, यथा१.इत्तरिए (१) इत्वरिक (मर्यादित समय के लिए आहार का त्याग) २. भाषकहिए या (२) पावत्कषिक-(जीवन भर के लिए आहार का स्याग) -- वि. स. २५, उ.७, सु. १६८ इत्तरिया मरणकाला य, बुदिहा अणसणा मवे। हत्वरिक और मरण पर्यन्त इस प्रकार अनशन दो प्रकार का इत्तरिया सावकंचा, निरवकंखा य विइजिया ॥ होता है। इत्वरिक अनशन आहार की आकांक्षा सहित होता है -उत्त. अ.३०, मा. और मरण' काल का अनशन आहार की आकांक्षा रहित होता है। इत्तरिय सवभेया - इत्वरिक तप के भेद५४२.५०-से कितं इत्तरिए? ५४२. प्र०-इस्वरिक तप क्या है ? वह कितने प्रकार का है? १ (क) सो तवो दुरिहो बुत्तो, बाहिरऊभतरो तहा । बाहिरो छविही वृत्तो, एवमब्भतरो तदो॥ ---उत्त. अ. ३०, मा. ७ (ख) उत्त. अ.२८, गा. ३४ (ग) तेसिं गं भगवन्साणं एएणं विहारेणं रिहरमाणाणं इमे एयावे अश्मंतरवाहिरए तवोवहाणे होत्या । तंजा-अभितरए छबिहे, बाहिरए वि छबिहे । -उव. सु. ३० २ (क) ठाणं. अ. ६, सु. ५११ (ख) सम. सम. ६, सु. १५ भिक्वायरिया के स्थान पर 'वित्ति संखेवो' (ग) उत्त. अ. ३०, गा. ८ (प) उप. सु. ३० ३ उव. सु. ३०
SR No.090120
Book TitleCharananuyoga Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKanhaiyalal Maharaj
PublisherAgam Anuyog Prakashan
Publication Year
Total Pages571
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Conduct, Agam, Canon, H000, H010, & agam_related_other_literature
File Size18 MB
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