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चरणानुयोग
एक दूसरे के अतिपत्र के परिकर्म का प्रायश्चित्त सूत्र
सूत्र १२०-५२२
बेमिष अण्णमण्णस्स अच्छीणि
जो भिक्ष एक दूसरे को आँखों पर-- तेल्लेग पा-जाव-गरणीएम था,
तेल-पावत्-मबखन, मखेज वा, मिलिगेग्न वा,
मले, बार-बार मले,
मलयावे, बार-बार मलवावे, मतंबा, भितिगत वा साइनाइ।
मलने वाले का, बार-बार मलने वाले का अनुमोदन करे । जे मिक्यू अण्णमण्णस्स अच्छोणि
जो भिक्ष एक दूसरे की आँखों परलोवेग वा-जाव-वणेग वा,
लोध-पावत्-वर्ण का, उस्लोलेग्ज वा, उम्बट्टे ज्ज या,
उबटन करे, बार-बार उबटन करे,
उबटन करवाने, बार-बार उबटन करवावे, चल्लोलतंबा, जम्ब वा साइज्जह ।
उबटन करने वाले का, बार-बार उबटन करने वाले का
अनुमोदन करें। में मिमनू अण्णमण्णस्स मच्छीणि
जो भिक्ष, एक दूसरे की आँखों कोसोओरग-वियडेग वा, उसिणोदग-वियोण वा,
अचित्त शीत जल से या अचित उष्ण जल से, उन्छोलेज्न था, पधोएज्ज वा,
धोये, बार-बार घोये,
धुलवावे, बार-बार धुलवावे, सच्छोलेंतंबा, पधोएंत बा साहस्जद ।
धोने वाले का, बार-बार धोने वाले का अनुमोदन करे। जे भिक्खू अण्णमण्णस्स असछीगि
जो भिक्ष एक दुसरे की आँखों कोफुमेज वा, एज्ज का,
रंगे, बार-बार रंगे,
रंगवाये, वार-बार रंगवावे, फुतं पा, रएतं वा साइजा।
रंगने वाले का, बार-बार रंगने वाले का अनुमोदन करें । तं सेवमागे आवरजा भासिय परिहारद्वाणं जम्बाइ । उसे मासिक उद्घातिक परिहारस्थान (प्रायश्त्रित)
-नि. उ. ४, मु. ६१-६६ आता है। अण्णमण्णास अच्छीपत्तपरिकम्मस्स पाय सछत्त सुतं- एक दूसरे के अक्षिपत्र के परिकर्म का प्रायश्चित्त सूत्र - ५२१. मिक्य अण्णमण्णस्स चौहाई अग्छिपत्ताई
५२१. जो भिक्ष एक दूसरे के लम्बे अक्षि पत्रों कोकप्पेज या, संठवेज्न था, '
काटे, सुशोभित करे,
कटवावे, सुशोभित करवाये, कप्तं वा, संठवेतं या साइन्जइ ।
काटने वाले का, सुशोभित करने वाले का अनुमोदन करे। तं सेवमाणे आवजह मासियं परिहारटुाणं उग्घायं। उसे मासिक उद्घातिक परिहारस्थान (प्रायश्चित्त)
---नि. उ. ४, सु.६० आता है। अण्णमण्णस्स भमुगाइरोमाणं परिकम्मरस पायच्छित्त एक दूसरे के भौंह आदि के परिकों के प्रायश्चित्त के
सुत्ताई५२२. में भिक्खू अण्णमण्णस दोहाई मग-रोमाई
५२२. जो मिक्ष एक दूसरे के भौंह के लम्बे रोमों को-. कापेज बा, संठवेज वा,
काटे, सुशोभित करे,
कटवावे, सुशोभित करवावे, कप्पेतं वा, संठवेंस वा साइजद ।
काटने वाले का, सुशोभित करने वाले का अनुमोदन करे । भिषा अण्णमणस्स बीहाई पास-रोमां
जो भिक्ष एक दूसरे के पार्व के लम्बे रोमों कोकप्पेज्ज वा, संठवेज्जया,
काटे, सुशोभित करे, कटवावे, सुशोभित करवाये,
सूत्र