SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 382
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ मूत्र ४९७ wwwwwww मेन सेवन से कोर जावद दा अण्णयरेचं तिस्ते सत्का अच्छिदेज्ज वा विच्छिवेज्ज वा अच्छिदेतं वा विछितं या साइज्जइ । जे भिक्खू भाग्यामरस मेडिया अन्य कार्यसि गंड या जान पा अष्णयरेणं तिक्लेणं सत्थजाएगं, छिरिता था, दिति वा पूर्व वा सोचियं वा नोहरेज्ज या, विसोहेज्ज वा, नोहरेत था, विसोर्हेत या साइज्जइ । क्यू माइयामरस मेडियाए अन्णमव्यस्त कार्यसि गं था- जाव-मगंबलं वा, अणय देणं विषये सरबजाए, अच्छा या विच्छिवित्ता वा पूर्व वा सोणियं वा नोहरिता वा विसोता था, या उसिनोद विपण वा उच्छोलेज्न वा पछोएन्ज वा उच्छो या पधोएंत वर साइन । माराम मेडियामास कासि गंड वा जाव- भगवलं था, अणयरेग तिरखेच सजाएग छत्ता वा विच्छिवित्ता वा पूवा, सोणियंत्रा श्रीहरिसा वा विसोहेत्ता वा, मोगवियत्रेण वा उगिया, उन्होने या धावा अण्णय रे आलेवण जाणं, मासिपेक्ष वा विलिपेज्ज वा, आलिपतं वा विनितं वा साइज । www. wwwww गण्ड – यश्वत् – भगन्दर को, किसी एक प्रकार के तीक्ष्ण शस्त्र से, छेदन करे, बार-बार छेदन करे, छेदन करवाने, बार-बार छेदन करवावे, छेदन करने वाले का बार-बार छेदन करने वाले का अनु मोदन करे | जो भिक्षु माता के समान हैं इन्द्रियाँ जिसकी (ऐसी स्त्री से ) मैथुन सेवन का संकल्प करके एक दूसरे के, गण्ड, पावत् – भगन्दर को, किसी एक प्रकार के तीक्ष्ण शस्त्र से, [४ छेदन कर, बार-बार छेदन कर पीप या रक्त को, निकाले, शोधन करे, निकलवाने, शोधन करवाये निकालने वाले का, शोधन करने वाले का अनुमोदन करें । छेदन कर बार-बार छेदन कर पीप या रक्त को, निकालकर शोधन कर, अचिन्त शीत जल से या अति उष्ण जल से, धोये, बार-बार धोये, wwwwww जो भिक्षु माता के समान हैं इन्द्रियों जिसको (ऐसी स्त्री से) मैथुन सेवन का संकल्प करके, एक दूसरे से, गण्ड - पावत् -- भगन्दर को, किसी एक प्रकार के तीक्ष्ण शस्त्र से, निकालकर, शोधन कर, अतिशीत जल से या अचित्त उष्ण जल से, धोकर, बार-बार धोकर, किसी एक प्रकार के लेप कर, घुलवावे, बार-बार धुलवावे, होने वाले का बार-बार धोने वाले का अनुमोदन करे | जो माता के समान है इन्द्रियां जिसकी ऐसी स्त्री से) मैथुन सेवन का संकल्प करके एक दूसरे के गण्ड -- यावत् - भगन्दर की, किसी एक प्रकार के तीक्ष्ण शास्त्र से, छेदन कर वार-बार छेदन कर पीप वा रक्त को, लेप करे, बार-बार लेप करे, लेप करवावे, बार-बार लेप करवावे, लेप करने वाले का, बार-बार लेप करने वाले का सुनुमोदन करें ।
SR No.090119
Book TitleCharananuyoga Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKanhaiyalal Maharaj
PublisherAgam Anuyog Prakashan
Publication Year
Total Pages782
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Conduct, Agam, Canon, H000, H010, & agam_related_other_literature
File Size23 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy