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विवय
[ए]]
काष्ठदष्ट वाले पादप्रछत का विधि-निषेध aroraण्ड वाले पादत्रों के प्रायश्चित्त सूत्र पादप्रछन के न लौटाने का प्रायश्चित्त सूत्र
रजोहरण एवणा
एषणीय रजोहरणं
रजोहरण सम्बन्धी प्रायश्चित्त सूत्र गोच्छकादि के वितरण का विवेक
(४) आदान-निक्षेप समिति का स्वरूप- १
आदान भाण्ड मात्र निक्षेपणा समिति
का स्वरूप
उपकरण धारण के कारण
सर्व मण्डपकरण सहित गमन विधि उपकरण अवग्रह-ग्रहण विधान
एकाकी स्थविर के भण्डोपकरण और उनके
आदान-निक्षेपण की विधि
दण्डादि के परिष्कार करवाने का प्रायश्चित्त
सूत्र
दण्डादि के परठने का प्रायश्चित सूत्र अतिरिक्त उपधि रखने का प्रायश्चित र उपकरण का प्रतिलेखन- २
निश्चित काल में दण्डादि के न लौटाने के प्रायश्विन्त भूर
उपधि प्रत्याख्यान का फल
पतित या त्रिस्मृत उपकरण की एपणा (५) उधार- प्रस्त्रवण निक्षेप समिति-
( २५ )
सूत्रांक पुण्ठांक विषय
परिष्ठापना की विधि – १ परिष्ठापना समिति का स्वरूप
२६ε
२७०
२७१
२७२ ७१० ७१०
२७३
२७४
७११
२७५
२७६
२७७
२७८
२७६
शय्या संस्तारक आदि प्रतिलेखन विधान उपधि को उपयोग में लेने की विधि अप्रमाद प्रमाद प्रतिलेखन के प्रकार प्रतिलेखना में प्रमत्त पाप श्रमण उपधि अप्रतिलेखन का प्रायश्चित्त सूत्र उपकरण का प्रत्यर्पण एवं प्रत्याख्यान --३ प्रातिहारिक सूई आदि के प्रत्ययण की विधि २० अविधि से सूई आदि के प्रत्यर्पण करने के
प्रायश्चित सूत्र
२८०
२-१
२६२
२०६
७०८
७०६
७०६
२६०
२६१
२६२
२९३
७१२
७१२
७१२
७१३
२८३ ७१५ २८४ २७१५ २८५ ७१५ २८६ ७१६ २८७ ७१६
७१४
७१४
७१४
७१४
७१७
७१७
७२०
२६४ स्वनि की गी दस लक्षण युक्त स्थण्डिल में परठने का विधान २९५ उच्चार-प्रस्रवण भूमि के प्रतिलेखन का विधान २६६ मलमूत्र की प्रबल बाधा होने पर करने की
विधि
मनादि को परखने की विधि
श्रमण के मृत शरीर को परठने की और उपकरणों को ग्रहण करने की विधि परिष्ठापना का निषेध - २
परिकर्म किये हुए स्थण्डिल में मल-मूत्रादि के परठने का निषेध
विभिन्न स्थानों में मल-मूत्रादि के परटने क निषेध
परिष्ठापना के विधि निषेध - ३
प्रासुक अप्रामुक स्थण्डिल में परठने का विधिनिषेध
श्रमण श्राह्मण के उद्देश्य से बनी स्थण्डिल में परटने का विधि-निषेध
उद्देशिक आदि स्पंदन में मल-मूत्रादि के परठने का निषेध
निषिस परिष्ठापना सम्बन्धी प्रायश्चित -४ निषिद्ध स्थानों पर उच्चार-प्रस्रवण परिष्ठापन के प्रायश्चित्त सूत्र
अन्यतीथिकादि के साथ स्थण्डिल जाने का प्रायश्वितम
आवृत स्थान में मल-मूत्र परठने जाने का प्रायश्चित्त सूत्र
उच्चार-प्रस्रवण भूमि के प्रतिलेखन न करने के प्रायश्चित सूत्र वृषादि परने का प्रायश्चित
सूत्र
स्थण्डिल समाचारी के पालन नहीं करने के प्रायवित्र
७१७
७१८ गुप्ति-
७१८
सूत्रांक] पुण्ठांक
७२०
७२०
*
गुप्ति-अयुति-१
गुप्ति का स्वरूप
त्रिगुप्ति संपत
गुप्ति तथा अगुप्ति के प्रकार
૨૪
२६८
२६६
३००
३०१
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३०६
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३१३
७२१
७२१
७२१
७२२
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७२५
७२५
७२६
"૨૬
७२८
७२६
७२६
७२६
७३०.
७३०
७३०