SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 28
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ६७६ १६६ २०२ শিষ सूत्रोक पृष्ठांक विषय सूत्रांक पृष्ठांक घमणादि की गणना करके बनाया गया वस्त्र अवग्रहानन्तकादि के ग्रहण का विधि-निषेध १६२ ६७६ लेने का निषेध कृत्स्नाकृत्स्न वस्त्रों का विधि- निध अधयोजन से आगे चस्वंषणा के लिए जाने करून वस्त्र धारण करने का प्रायश्चित्त मूत्र १९४ ६७६ का निषेध भिन्न-भिन्न वस्त्रों का विधि-निषेध ६७६ बहुमूल्य वस्त्रों के ग्रहण का निषेध अभिन्न वस्त्र धारण करने का प्रायश्चित्त सूत्र १६६ ६७६ मत्स्य चर्मादि से निर्मित वस्त्रों के ग्रहण का वस्त्र प्रक्षालन का निषेध ३ निषेध ६७० वस्त्र सुगन्धित करने का और धोने का निषेध १६७ संकेत वचन से वस्त्र ग्रहण का निषेध ६७१ बस्व को सुगन्धित करने और धोने के अप्रासुक वस्त्र ग्रहण करने का निषेध प्रायश्चिन सूत्र १६८ ६८० परिकर्मकृत वस्त्र ग्रहण का निषेध श्रमण के निमित्त प्रक्षालित वस्त्र के ग्रहण का वस्त्र आतापन-४ निषेध विहित स्थानों पर वस्त्र सुखाने का विधान १६६ मान्दादि निकालकर दिये जाने वाले वस्त्र के निषिद्ध स्थानों पर वस्त्र सुखाने का निषेध २०० ग्रहण का निषेध निषिद्ध स्थानों पर वस्त्र सुशने के प्रायश्चित्त वर्षावास में वस्त्र प्रहण का निषेध १७५ निन्य-निग्रन्थिनी वस्त्रषणा के विधि-निषेध- १ (५) वस्त्र प्रत्यर्पण का विधि-निषेध–५ रात्रि में वस्त्रादि ग्रहण का विधि-निषेध १७६६०३ प्रातिहारिक वरत्र ग्रहण करने में माया करने श्रमणादि के घर से निमस स्त्र लेने का निषेध विधि-निषेध १७७६७३ अपहरण के भय से वस्त्र के विवर्ण करने का निषेध २०३ ६.४ क्रीतादि दोषयुक्त वस्त्र ग्रहण का विधि-निषेध १५८ क्रीतादि दोषयुक्त वस्त्र ग्रहण करने के चोरों के भय से उन्मार्ग से जाने का निषेध २०४ प्रायश्चित्त सूत्र चोरों से अपहरित वस्त्र के याचना का अतिरिक्त वस्त्र वितरण के प्रायश्चित्त सूत्र १८० विधि-निषेध वस्त्र के विवर्ण करने के प्रायश्चित्त सूत्र २०६ वस्त्र धारण २ (१) चर्म सम्बन्धी विधि निषेध -- ६ वस्त्र धारण के कारण सलोम चर्म के विधि-निषेध एषणीय अस्त्र २०७ ६५५ एषणीय वस्त्र धारण का विधान सरोम धर्म के उपयोग का प्रायश्चित्त सूत्र २०८ कृत्स्नाकृत्स्त चर्म का विधि-निषेध २०६ नियन्य के वस्त्र धारण को विधि-२(२) अखण्ड चर्म धारण करने का प्रायश्चित्त सूत्र २१० एक वस्त्रधारी भिक्षु चिलमिलो की विधिदो वस्त्रधारी भिक्षु १८५ तीन वस्त्रधारी भिक्षु चिलमिली रखने का तथा उपयोग करने का विधान निर्ग्रन्यो की वस्त्र धारण की विधि-२ (३) निलमिलिका के स्वयं निर्माण करने का निन्थियों के चादरों का प्रमाण १८७ ५७७ प्रायश्चित्त सूत्र निर्ग्रन्थी की साड़ी सिलवाने का प्रायश्चित्त सूत्र १८८६७७ चिलमिलिका के निर्माण कराने का प्रापिचत्त निर्ग्रन्थ-निग्रन्थिनी वस्त्र धारण के विधि-निषेध-२(४) २१३६५७ वस्त्र ग्रहण के विधि निषेध १८६६७८ वस्त्रेषणा सम्बन्धी अन्य प्रायश्चित्तधारणीय-अधारणीय वस्त्र के प्रायश्चित्त सूत्र १६. ६७८ अन्यनीथिकादि को वस्त्रादि देने का प्रायश्चित्त आकंचनपट्टग के ग्रहण का विधि-निषेध १६१ ६३८ सूत्र ६७४ л २१४ ६८७
SR No.090119
Book TitleCharananuyoga Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKanhaiyalal Maharaj
PublisherAgam Anuyog Prakashan
Publication Year
Total Pages782
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Conduct, Agam, Canon, H000, H010, & agam_related_other_literature
File Size23 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy