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________________ KK १२७ ६५७ ६५८ विषय सूत्रांक पृष्ठांक विषय भूत्रांक पाक गृहस्थ के घर से संलग्न उपाश्रय का अवग्रह जलयुक्त उपाश्रय में रहने का विधि-निषेध निषेध १२१६५६ और प्रायश्चित्त अकलनीय उपाश्रयों का अवग्रह निषेध १२२ ६५६ ज्योतियुक्त उपाधय में रहने का विधि-निषेध साँचत्र उपाश्रय का अपग्रह लेने का निध १२३ और प्रायश्चित्त १४६ संस्तारक ग्रहण विधि-६ दीपकयुक्त उपाश्रम में रहने का विधि-निषेध और प्रायश्चित्त आगन्तुक श्रमणों के शय्या संस्तारक की विधि १२४ ६५६ अल्पज्ञों के रहने का विधि-निषेध और शम्या संस्तारक के ग्रहण की विधि १२५ प्रायश्चित्त निर्ग्रन्थों के कल्प्य आसन ६५७ नित्य निवास का प्रायश्चित्त मूत्र १४६ शाम्बा संस्तारक के लाने की विधि ६५७ औद्देशिकादि पाय्याओं में प्रवेश के प्रायश्चित्त शच्या संस्तारक की पुन: आज्ञा लेने की विधि १२८ शय्या संस्तारक के बिछाने की विधि १२६ ६५७ घृणित कुलों में रहने का प्रायश्चित्त सूत्र शय्या संस्तारक पर बैठने व शयन की विधि १३० निर्गन्थियों के उपाथव में अविधि से प्रवेश अन्य सांभोगिक को पीढ़ आदि के निमन्त्रण करने का प्रायश्चित्त सूत्र विधि निग्रंथियों के आगमन पथ में उपकरण रखने सागारिक के पाय्या संस्तारक की प्रत्यर्पण का प्रायश्चित्त सूत्र विधि स्वधर्मी निम्रन्थ को आवास न देने का खोए हुए धाय्या संस्तारक के अन्वेषण की विधि १३३ ६५८ प्रायश्चित्त सूत्र प्रतिलेखन किये बिना शय्या पर शयन करने स्वधर्मी निर्गन्थी को आवास न देने का वाला पाप श्रमण होता है १३४ प्रायश्चित्त सूत्र १५५६६५ अनुकूल और प्रतिकूल शय्यायें स्वजन आदि को उपाश्रय में रखने का संस्तारक ग्रहण विधि निषेध-७ प्रायश्चित्त सूत्र कल्पनीय अपल्पनीय शय्या संस्तारक राजा के समीप ठहरने आदि का प्रायश्चित्त सूत्र १५७ शय्या संस्तारक ग्रहण का विधि-निषेध १६७ वस्त्रवणा-.संस्तारक प्रत्यर्पण निधि-निषेध वस्त्रंषणा का स्वरूप-१ संस्तारक ग्रहण निषेध निग्रन्थ-निग्रन्थियों को वस्त्रषणा का स्वरूप १५८६६६ निग्रन्थियों के अकल्पनीय आसन वस्त्र का प्रतिलेखन करने के बाद वस्त्र प्रहण दूसरी बार आज्ञा लिए बिना शय्या संस्तारक का विधान ग्रहण का निषेध हमन्त और ग्रीष्म में वस्त्र ग्रहण करने का विधान शय्या संस्तारक लौटाए बिना विहार करने प्रव्रज्या पर्याय के क्रम से वस्त्र ग्रहण का विधान का निषेध १४१ ६६१ निग्रन्थ की वस्त्रषगा विधि - १ (२) संस्तारक सम्बन्धी प्रायश्चित्त निम्रन्थों की वस्त्रोषणा विधि १६२६६७ शय्या संस्तारक सम्बन्धी प्रायश्चित्त सूत्र १४२ ६६२ सागारिक का शय्या संस्तारक बिना आज्ञा लेने निर्गन्धिनी की वस्त्रेषणा विधि-१ (३) का प्रायश्चित्त सूत्र १४३ ६६२ निर्ग्रन्थी की वस्त्रषणा विधि शरयषणा विधि-निषेध प्रायश्चित्त-१० निर्ग्रन्ची को वस्त्रावग्रह विधि सुरायुक्त उपाथय में रहने का विधि-निषेध निम्रन्थ-निग्रन्थी को वस्त्रवणा का निषेध-१(४) व प्राधिचत्त १४४ ६६३ औद्देशिकादि वस्त्र के ग्रहण का निषेध १६५ ६६६ १३५
SR No.090119
Book TitleCharananuyoga Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKanhaiyalal Maharaj
PublisherAgam Anuyog Prakashan
Publication Year
Total Pages782
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Conduct, Agam, Canon, H000, H010, & agam_related_other_literature
File Size23 MB
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