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________________ ( २० ) विषय ८६०७ ६२० ६०५ र० सूत्रांक पृष्ठांक विषय सूत्रांक पृष्ठोक गृहीत आहार में माया करने का निषेध १५६०६ संखडी में जाने के लिए मायास्थान सेवन का आहार का उपभोग करने में माया करने निषेध का निषेध ६०७ रात्रि में संबडी के लिए जाने का निबंध नीरस बाहार गरठने का प्रायश्चित्त सूत्र ६०७ संखडी के लिए जाने के प्रायश्चित्त सूत्र गृहीत लवण के परिभोग और परिष्ठापन सागारिक--१२ की विधि प्राणियों से युक्त आहार के परिभोग और सागारिख के अशनादि ग्रहण वा निषेध परिष्ठापन की विधि परिहरणीय शव्यातर का निर्णय ६१९ संसृष्ट असंसृष्ट शय्यातर पिड के ग्रहण का उदकादि से युक्त आहार के परिभोग और विधि-निषेध परिष्ठापन की विधि अचित्त अनेषणीय आहार के परठने की विधि शय्यातर के असं सृष्ट पिंड के संगृष्ट कराने माचार्य के दिए बिना आहार करने का का निषेध व प्रायश्चित्त प्रायश्चित्त सूत्र शय्यातर के घर आये आहार के ग्रहण का पत्रों का प्रहार को गागापिचन सत्र विधि-निषेध २३ गृहस्थ के पात्र में आहार भोगने का प्रायश्चित्त शय्यातर के अन्यत्र भेजे गये आहार को ग्रहण करने का विधि-निषेध ६२० पृथ्वी आदि पर अशनादि रखने के प्रायश्चित्त शाय्यातर के अंशयुक्त आहार ग्रहण का विधि निषेध सूत्र २५०६ ६२. परिभोगवणा के वोष-१० पूज्य पुरुषों के आहार के ग्रहण करने के विधि निषेध पांच दोष परिभौगषणा के ६०६ इंगालादि दोष का स्वरूप भय्यातर के आगन्तुक निमित्तका माहार के इंगालादि दोषरहित आहार का स्वरूप ग्रहण का विधि-निषेध क्षेत्रातिकान्त आदि दोष का स्वरूप शाय्यातर के दासादि निमित्तक आहार के आहार लेने के कारण ६१२ ग्रहण का विधि-निषेध ५३६२२ आहार त्यागने के कारण . ६१२ शय्यातर के उपजीवी शाति जन निमित्तक कालातिक्रांत आहार रखने व स्वाने का निषेध आहार के ग्रहण का निषेध ५४ ६२२ व प्रायचित्त ३१ ६१२ शय्यातर के सीरजाली के पदार्थों को ग्रहण माईतिक्रान्त आहार रखने व खाने का निषेध करने का विधि-निषेध व प्रायश्चित्त शय्यातर के सीरवाली भोजन सामग्री के ग्रहण आहार की प्रशंसा और निन्दा का निषेध ३३ ६१३ का विधि-निषेध ६२५ संखडी-गमन-११ शय्यातर के सीरवाली के आम्र फल ग्रहण करने का विधि-निषेध १७६२५ आधा योजन उपरान्त संखडी में जाने का निषेध ३४ ६१४ संखड़ी में जाने से होने वाले दोष सागारिक वा आहार भोगने का प्रायश्चित्त सूत्र संखडी में भोजन करने से उत्पन्न दोष ३६ सागाखि का आहार ग्रहण करने का प्रायश्चित्त आकीर्ण संखडी में जाने का निषेध व उसके दोष ३७ ६१५ उत्सवों में आहार के ग्रहण का विधि-निषेध ३८ ht शय्यातर का घर जाने बिना भिक्षागमन का महामहोत्सवों में माहार के ग्रहण का विधि-निषेध ३६ प्रायश्चित्त सूत्र आकीर्ण या अनाकीर्ण संखडी में जाने का सागारिक की निश्रा में अनादि की याचना विधि-निषेध ४० ६१७ का प्रावश्चित सूत्र ६१६२४ ५२ ६२२
SR No.090119
Book TitleCharananuyoga Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKanhaiyalal Maharaj
PublisherAgam Anuyog Prakashan
Publication Year
Total Pages782
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Conduct, Agam, Canon, H000, H010, & agam_related_other_literature
File Size23 MB
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