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________________ गर ६६ ] समाधान -- एक मुहूर्तके तीन हजार सात सौ तिहत्तर श्वासोच्छ्वास होते हैं तथा एक दिन रातके सीस मुहूर्त होते हैं। इस हिसाब से एक दिन रातके एक लाख तेरह हजार एक सौ नब्बे श्वासोच्छ्वास हुए । सोही लिखा है । एकं च सयलहस्तं उस्सासमाणं तु तेरससहस्ताणं । ऊण दसरण अहिया दिवसणिसोहति विष्णेया ॥ इसी हिसाब से एक महीनेके तेतीस लाख पिचानवे हजार सात सौ श्वासोच्छ्वास होते हैं । सो हो लिखा है। मासेवि य उसासा लक्खा तेतीस सय सहस्ताणं । सत्त सपाइ जाणिउ कहिया हूं पुब्वसारसाहिं ॥ इनको बारहसे गुणा कर देनेसे एक वर्षके श्वासोच्छ्वासोंकी संख्या चार करोड़ सात लाख अड़तालीस हजार चार सौ होती है सो ही लिखा है । चारी कोडीओ लक्खा सत्तेव होंति णायव्वा । अडतालीसहस्सा चारिसया होंति वरिसेण ॥ इनको सौसे गुणा कर वेनेसे सौ वर्षके चार अरब सात करोड़ अड़तालीस लाख श्वासोच्छ्वास होते हैं । सो ही लिखा है । चत्तोरिय कोडिसया कोडिय सत लक्ख अडियाला । चत्तारीस सहस्सा सासा लत होंति वरिसेण ॥ इस प्रकार श्वासोच्छ्वासका प्रमाण गोमट्टसार आदि जनसिद्धति में लिखा है । ७१ - चर्चा इकहत्तरवीं प्रश्न - ढाई द्वीपमें एक सौ सत्तर विजयार्द्ध पर्यंत हैं उनमें रहनेवाले विद्याधरोंकी आयु काय सबकी समान होती है या होनाषिक होती है । htly [ 44
SR No.090116
Book TitleCharcha Sagar
Original Sutra AuthorN/A
AuthorChampalal Pandit
PublisherBharat Varshiya Anekant Vidwat Parishad
Publication Year
Total Pages597
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Principle
File Size17 MB
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