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चौतीस स्थान दर्शन
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१ १७ के भंग में १ कृष्ण लेण्या गिनकर १७ का मंग जानना
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१ मील श्या
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१ कापोत लेश्या
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कोष्टक नं० १८
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यहां स्त्री-पुरुष इन दो वेदों में में से कोई १ वेद जानना ३ गुरण० में १६ का मंग
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ऊपर के कर्म भूमि के १६ के भंग समान परन्तु यहां स्त्री इन दो वेदों में से कोई १ वे जानना
ये गुण० में १७ का भंग
ऊपर के कर्म भूमि के १७ के भंग के समान जानना परन्तु यहां स्त्री-पुरुष इन दो वेदों में से कोई १ वेद जानना
(१) सूचना--- १ ले गु० के १७ के भंग में अनेक प्रकार के भंग होत हैं इसका खुलासा निम्न प्रकार जानना
१ पीन लेण्या
१ पद्म श्या
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शुक्
श्या
? कुमनि ज्ञान
१ कुम्भ विज्ञान
१ कुप्रवधि ज्ञान १ नरकगति
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१६ केभ में से कोई १ मं जना परन्तु यहां इन दो वेदों में १ वेद जानना
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१७ के मंगों में से कोई १ मंग जानना पर स्त्रीपुरुष इन दो वेदों में से कोई १ द
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मनुष्य गति
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