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________________ * 40 4.-om प्रगाहना-कोन.१- देखो। बंब प्रकृतियां -1 साना वेदनौब जानना ! जय प्रकृतियां--५७. को नं. ११ के ५६ प्रकृत्तियों में से दचनाराच संहनन १, नाराच संहनन १ मे २ घटाकर ५७ जानता। सत्व प्रकृतिया-१०१, को नं. १० के सपक अंगी के १३२ प्रकृनियों में में सूक्ष्मताभ १ घटाकर १०१ का सता जानना । संख्या-५३८ जीव जानना । क्षेत्र-सोक का पसंख्यातवां भाग प्रमाण जानना । वर्शन-लोक का असंख्य प्रमाण मानना। कार-अन्तमुहर्न में अन्न मुहतं जानना ! अन्तर --नाना जीवों को पपेक्षा एक समय रो ६ मास तक कोई भी जीव क्षीरणयोहीन होगा और एक जीव को अपेक्षा अन्तर न.। जाति (योनि)-१४ लाख मनुष्य योनि जानना । कुल-१४ लाख कोटिकुन मनुष्य को जानना ।
SR No.090115
Book TitleChautis Sthan Darshan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAadisagarmuni
PublisherUlfatrayji Jain Haryana
Publication Year1968
Total Pages874
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Pilgrimage, & Karm
File Size16 MB
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