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________________ २८२ विद्याधर (15.8 ) अच विद्याधरलीला (11.16 ) अच विद्याधरहास (16.11 ) अच विद्युल्लता (11.10 ) अच विद्रुम ( मरलग+10+स) च विनता ( 31 ) च विपुला गाथा (30.27 ) द्वि विभ्रम (तरयलग ) च विभ्रमविलसितवदन ( 11.13 ) अच विलम्बिता गलितक ( 22 ) च विलासिनी ( 16 ) च विषमशीर्षक (50,58 etc. च विषमा गलितक (24 or 25 ) व शतपत्र (38; y. 14, 8 ) द्वि शशाङ्कवदना ( 10 ) च शशिबिम्बित ( 17.16 ) अच शशिशेखर ( 16.7 ) अच farar (31; y. 12, 8) fa शुभगलितक (20) च श्रीधवल ([14.8] × 4 ) अष्ट षट्पद-द्विभङ्गिका षट्पदजाति (7.7.10 to 17 ) अष संकीर्ण (mix of गीति and स्कन्धक ) संकीर्ण ( mixture of रासावलय and वस्तुवदनक lines) च संकीर्णा (चतुष्पदी) संगलितक (13) च संगा (70.27 ) द्वि संगीत (36; y. 14, 8 ) द्वि दाम (74.27 ) सन्ध्यावली (15.9 ) अच छन्दोऽनुशासनम् । 6.20.17 | समगलितक ( 25 ) च 6.19.39 | समनर्कुटक (22) च 6. 20.39 | समशीर्षक ( 47, 6.20.28 | सर्वसमा चतुष्पदी Jain Education International 55 etc) च 5.12 सहकारकुसुममञ्जरी ( 13.15 ) अच 4.59 सामुद्रक (7.9 ) अच 4.4 ) सारङ्ग (11.17 ) अच 5.14 | सार्धच्छन्दस् = द्विभङ्गिका 6.19.36 | सालभञ्जिका ( 24 ) च 4.39 सिंहपद (38; y. 16, 8 ) द्वि 4.60 सिंहविक्रान्त ( 35; y. 14, 8 ) द्वि 4.91 | सिंहविजृम्भित (7.14 ) अच 4.45 | सुखावास ( 119 ) अच 7.54 सुतारा ( 40 ) च 6.25 6.20.56 6.20.9 7.16 सुभगविलास (7.11 ) अच 4. 30 सुमङ्गला ( 18 ) च 5.33 सुमनोरमा (8.7 ) अच लिङ्गन (16.12 ) अच सुन्दरा गलितक (13) च सुभग (34) द्वि 4.87.11.1 | सुरक्रीडित (35; y. 12, 8) द्वि 6.15 | स्कन्धक (32; y. 12 ) a 4.17 स्कन्धकसम ( 32; y. 12 ) द्वि स्कन्धकसमा ( 32 ) द्वि 5.27 | स्थविरासनक (34; y. 16, 8) द्वि 6.22 | वक ( 34 ) द्वि 4.29 स्वरद्विपदी ( 7 ) द्वि 4.20 | हरिणीकुल (30; y. 12, 8 ) द्वि 7. 43 हरिणीपद ( 30 ) द्वि 4.23 हीरावली ( 20 ) च 6.20.25 | हेला (22) च For Personal & Private Use Only 4.31 4.73 4.90 6.29 6.19.47 6.19.2 6.19.40 4.87.11-12 4.62 7.51 7.39 6.19.7 6.20.21 4.83 6,20,45 4.36 7.32 6.19.4 4,52 6.20.1 7.38 4.13 7.18 7.21 7.31 7.27 7.61 7.9 7.12 4.48 4.57 www.jainelibrary.org
SR No.090113
Book TitleChandonushasan
Original Sutra AuthorHemchandracharya
AuthorH D Velankar
PublisherSinghi Jain Shastra Shiksha Pith Mumbai
Publication Year1961
Total Pages444
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size9 MB
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