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________________ 7.72 5.42 5.22 4.11 चूडामणि (33; y. 14, 8) द्वि छड्डुणिका (31; y. 10.8) द्वि जम्भेदिका(9) द्वि जलधरविलसिता (12.17) अच जातीफल (34.27) द्वि . झम्बटक (14) च तरंगक (21) च ताराध्रुवक (34; y. 14, 8) द्वि त्रिभङ्गिका त्रिवलीतरंगक (10.17) अच दर्दुर (21) च दाम (42.27) द्वि दामिनी (90.27) द्वि दीपिका (28) च दीर्घक (38; y. 14, 8) द्वि दोहक (14.12) अच द्विपदी (28) च द्विपदीखण्ड (त्रिभङ्गी) द्विभङ्गिका धवल (a general term) ध्रुवक (9)च नकुंटक (22) च नवकदलीपत्र (32; y. 14, 8) द्वि नवकदलीपत्रा (32) द्वि नवकुसुमितपल्लव (8.17) अच नवकोकिला (30)च नवचम्पकमाला (14.8) अच नवपुष्पंधय (11.14) अच नवरङ्गक (34; y. 16, 8) द्वि नवविद्युन्माला (10.16) अच नागकेसर (13.8) अच निध्यायिका (14)च निध्यायिका (17) च निध्यायिका (19) च पङ्कज (9.7) अच पङ्कजश्री (13.7) अच पञ्चाननललिता (12.10) अच पथ्या गाथा (30.27) द्वि पद्धडिका (16) च पवनध्रुवक (34; y. 14, 8) द्वि छन्दोऽनुशासनम् । 7.25 पवनोद्भुत (23) च 4.75 7.17 पारणक (15) च । 6.30 7.67 पुण्यामलक (8.16) अच 6.19.18 6.19.45 पुष्पमाला (12) द्वि 4.18 | प्रसृता (35)च 4.41 प्रेमविलास (12.15) अच 6.19.43 4.74 फुल्लडक (देवगान)च 5.41 7.29 | बकुलामोद (8.13) अच 6.19.15 4.88-89 | बहरूपा मात्रा प 6.19.34 बालभुजंगमललित (36) द्वि 7.41 5.10 भद्रिका गीति (32; y. 13)द्वि 4.23 | भाराकान्त (34; y. 12, 8) द्वि 7.35 4.23 | भुजंगविक्रान्त (34; y. 12, 8) द्वि 7.28 4.81 | भूषणा गलितक (16) च 4.37 7.37 ... 7.52/ भ्रमरद्रुत (35; y. 10,8) द्वि 6.20.42 / भ्रमरधवल (13.10) च 5.37 4.64 भ्रमरपद (28; y. 10, 8)द्वि. 7.5 4.85 भ्रमररुत (30; y. 10, 8) द्वि 7.11 4.86-87 भ्रमरविलास (14.11) अच 6.20.37 5.40 | भ्रमरावली (12.7) अच 6.20.5 6.24 | भ्रूवक्रणक (10.11) अच। 6.19.28 4.72 मकरध्वजहास (12.11) अच 6.20.35 7.20 मकरन्दिका (7.15) अच 6.19.8 | मङ्गल (20-21. 20-21. 6.19.19 22-23.22-23) अच 5.39 4.83 मङ्गल (ageneral term) 5.40 6.20.16 मञ्जरी (21)च 4.61 6.19.37 मणिरत्नप्रभा (8.9) अच 6.19.11 7.30 | मत्तकरिणी मात्रा (16.12.16-17.12.16-17)प 6.19.33 5.21 6.20.15। मत्तबालिका मात्रा (16.12-13.16.12-13.16) 4.76 5.18 4.76 | मत्तमधुकरी मात्रा (16.11.12.16.11-12.16) 4.76 प 5.19 6.20.2 | मत्तमातङ्गविजृम्भित (39; y. 14, 8) द्वि 7.56 6.20.6 मत्तविलासिनी मात्रा 6.20.29 (16.12.14-16.12.14-16) 5.20 4.3 मदनविलसिता (8) द्वि 7.66 6.31 | मदनविलास (15.11) अच 6.20.38 7.33 / मदनातुर (11.7) अच 6.20.4 7.21 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.090113
Book TitleChandonushasan
Original Sutra AuthorHemchandracharya
AuthorH D Velankar
PublisherSinghi Jain Shastra Shiksha Pith Mumbai
Publication Year1961
Total Pages444
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size9 MB
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