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________________ INDEX OF SANSKRIT METRES २७३ पृथ्वी (जसजसयलग; y.8) 2.287 | भोगिनी (ननरयय) 2.258 प्रचित-दण्डक (नन+7य-भ-त-ज or स) 2.389 | भ्रमर S. कुटज प्रत्यवबोध (भतनगग) 2.132 भ्रमरपद (भरनननस; y.9) 2.309 प्रत्यापीड (गग+6%3 गग+10; गग+14; भ्रमरमाला (तसग) 2.57 गग+18) 3.41 | भ्रमरविलसित (मभनलग;y.4) 2.138 प्रत्यापीड (गग+4+गग; गग+8+गग; गग | भ्रमरी 8. सुमति ___+12+गग; गग+16+गग) 3.42 मकरन्दिका (यमनसजजग; y.6,6) 2.324 प्रबोधिता (ससजग; सभरलग) 3.14 मकरलता (तनम) 2.102 प्रभद्रक (नजभजर) 2.253 मकरशीर्षा s. शशिवदना प्रभा (ननरर; y.7) 2.1-2 मकरावली (नभभर; नभमभर) 3.12 प्रमाणी (जरलग) 2.82 मङ्गलमङ्गना (नभजजजग; y.4) 2.270 प्रमिता s. माला मञ्जरी S. कलिका 2.176 प्रमिताक्षरा (सजसस) मञ्जुभाषिणी (जतसजग) 2.206 प्रमुदितवदना (ननरर) 2.181 | मणिकटक 8. धृति प्रमोदमहोदय (मतयतनननरसलग; y.4,7,11) मणिकल्पलता (नजरभभग) 2.263 मणिगुणनिकर (ननननस; y. 8) 2.245 प्रवरललित S. जयानन्द मणिभूषण S. सुन्दर प्रवृत्तक 3.58| मणिमाला (तयतय; y.6) 2.190 प्रहरणकलिता (ननभनलग; y.7) 2.222 मणिमाला (भभभमभस; y.11) 2.301 प्रहर्षिणी (मनजरग; y.3) 2.197| मणिरङ्ग (रससग) 2.117 प्राच्यवृत्ति मण्डूकी s. चित्रा प्रियंवदा (नमजर) 2.174 मत्तकोकिल मत्तकोकिल S. प्रियंवदा प्रीति (रंग) 2.23 मत्तक्रीडा (ममतनननस; y.8,5) 2.348 बन्धूक (भनमग) 2.118 मत्तगजविलसित s. ऋषभगजविलसित बिम्बित s. वञ्चित मत्तचेष्टित . प्रमाणी 'बुहुद (सजसजतर) 2.320 मत्तमयूर (मतयसग; y.4) 2.199 बृहतिका (नरर) 2.89 मत्तमातङ्ग-दण्डक (any र) 2.394 भङ्गि (भभभभनय) 2.319 मत्ता (मभसग; y.4) 2.107 भद्रविराट् (तजरग; मसजगग) 3.6 मत्ताक्रीडा (ममतननननलग; y.8,5) 2.359 भद्रिका (ननरलग) 2.143 मत्तेभविक डित (सभरनमयलग; y.13) 2.366 भद्रिका (रनर) 2.94 मद (लल) भाराकान्ता (मभनरसलग; y.4,6) 2.291 | मदन (स) 2.14 भुजङ्ग-दण्डक (नन +16 र) 2.388.70 मदनललिता (मभनमनग; y.4,6) 2.275 भुजङ्गप्रयात (यययय) 2.170 मदनविकारा S. कुसुमविचित्रा भुजंगविजृम्भित (ममतनननरसलग; y.8,11) | मदललिता (नजनसग) 2.211 2.376 मदलेखा (मसग) 2.55 भुजंगविलास-दण्डक (any भ+गग) 2.400 मदिरा (7भ+ग) 2.355 भुजगशिशुसृता (ननम) . 2.91 मद्रक (भरनरनरनग; y.10) 2.353 भृङ्गाब्जनीलालका S. मेघमाला मधुकरिका (तनग) 2.65 भोगवती s. कलिका मधुकरिका S. भुजगशिशुसृता ३५ छन्दो. 3.56 2.8 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.090113
Book TitleChandonushasan
Original Sutra AuthorHemchandracharya
AuthorH D Velankar
PublisherSinghi Jain Shastra Shiksha Pith Mumbai
Publication Year1961
Total Pages444
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size9 MB
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