SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 329
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ INDEX OF SUTRAS २४९ 2.221 2.12 4.22 2.394 2.388 2.392 2.396 3.64 3.56 3.37 2.38 2.170 2.20 2.273 2.338 2.329 2.275 म्ती न्सौ गावसंबाधा म्तौ सौ तौ गो म्तौ सौ रौ गः म्तौ स्तौ निसल्गाः म्तौ सौ गो मत्त म्तौ स्तौ गौ कोमल म्तौ चौ गः कोहुम्भो म्नस्तर्गाः सुरतललिता नौ गौ हंसरुतम् नौ जौ गः प्रहर्षिणी नौ स्खौ म्यौ ल्गौ म्भन्जभ्राश्चलम् म्भन्या गौ कुटिलम् म्भौ गः सरलम् । म्भौ न्मौ न्गौ मदन म्भौ न्यौ रौ केसरम् म्मौ स्मौ जलधर म्यौ सुनन्दा सम्यल्गा ज्योत्स्ना प्रगपासा विद्रुमः नौ तटी. .. नौ तौ गौ लक्ष्मीः नौ भः सौ ज्गौ सौ नौ तौ गौ म्लगाः सावित्री म्सज्भगगाः नजरगाः म्सौ गो मदलेखा म्सौ सौ सौ ज्गौ म्सौ सौ तौ भ्रौ । म्सौ ज्सौ सौ शार्दूल सौ सौ न्जौ गो म्सौ मुकुलम् ३२ छन्दो० .2.280 | म्सौ म्भौगावलोला 2.328 | यः केशा 2.327 यथेष्टं मालागाथः 2.382 | यथेष्टं रा मत्तमातङ्गः 2.199 | यथोत्तरमेकैकरवृद्धा 2.285 याः सिंहविक्रान्तः 2.216 | याः सिंहविक्रीडः 2.280 युग्जोपहासिनी . 2.79 युजि तिसृभ्यो गः -2.197 | युजोः षड्भ्यो लो 2.340 यौ सोमराजी 2.305 | योर्भुजंगप्रयातम् 2.241 | यगौ व्रीडा 2.61 | यमन्सर्गा जयानन्दं | यमौ नौ तौ गौ शोभा • 2.306 | यमौ नौ रौ गो 2.178 | यमौ सौ जौ गो 2.48 यमौ न्सौ तौ गः 2.227 | मौ न्सौ सौ क्रीडा 5.12 यमौ न्सौ रौ गो 2.34 | यमौ रौ गश्चन्द्रिणी 2.225 यमौ शिखण्डिनी 2.332 यलगा जया 2.339 | यसौ गो मुदिता 2.30 रः सौ गो मणिरङ्गः . 3.48 | रः सौ तौ जौ गः रः सौ ल्गावच्युतम् .... . 2.357 | रजगा मयूरसारिणी. 2.371 | रजल्गाः श्येनी ..... 2.310 रजाः कामिनी ...,2,322 | रश्चतुओं वतंसिनी. 2:42 | रसन्नादाम ठजैः 2.324 2.325 2.317 2.323 2.204 2.51 2.29 2.69 2.117 2.330 FE . . 2.55 2.128 2.111 2.144 2.106 ......3.24 7.24 7.24 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.090113
Book TitleChandonushasan
Original Sutra AuthorHemchandracharya
AuthorH D Velankar
PublisherSinghi Jain Shastra Shiksha Pith Mumbai
Publication Year1961
Total Pages444
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size9 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy