________________
२०
भारतके दिगमार जैन तीर्थ सिंहचतुष्टय अरहन्तके अनन्तचतुष्टयका प्रतीक है तथा धर्मचक्र तीर्थंकरोंके धर्मका प्रतीक है। चौबीस आरोंका धर्मचक्र जैनोंका धर्मचक्र होता है। वृषभ, अश्व, सिंह और गज क्रमशः ऋषभदेव, सम्भवनाथ, महावीर और अजितनाथ तीर्थंकरोंके चिह्न हैं। यह स्तम्भ निश्चय ही जैनधर्मसे सम्बन्धित होना चाहिए। सिंहत्रयी और धर्मचक्रके सम्बन्धमें भी यही बात है। सिंहत्रयी रत्नत्रयकी प्रतीक है।