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भगवान महावीर हिन्दी-अंग्रेजी जैन शब्दकोश
कायस्थ - Kruitva
कायमार्गणा - Kavanirgana. Extention, Pervasian.
Investigation of different body forms. बहण्टेशपना।
काय समशी जीव जो छह प्रकार है-पृथिवीनायिक. कायदण्ड -Kildrnda.
अपकायिक, तेजनकायुकायिक, समस्पतिकायिक और Corporal punishment
उरकायिक । शरीर ताडन, सजा देना।
काययोग - Kavuyogn. कायमणियान - KiynduspreonidiuT.
Badity activities. Adivities like laziness mental unsleadiness
घर, पित्त व कफ आदि के द्वारा उत्पन्न परिश्रम से जो जीय etc. while Sarvisa spracticing equanimily)
प्रदेशो का परिस्पन्द होता है वह काययोग कहा जाता है। सामायिक शिक्षावत का एक अदिचार, सामायिक करते हुए कायदना - KHERainfarit. शरीर का पुष्टरूप प्रवर्तन कसा, अलस्य या मिटा रूप हो Topay homage badlly. जान' 'स्धा अरून न होना ।
न, यचन, काय की शुद्धिपूर्वक प्रदक्षिणा करना, नमस्गार कायनिसर्गाधिकरण - Kayanisargetarkaruna.
करना । Suppon to the natural creation (flow of korma) कायविक - Kawtviveka of the body.
Taleration of afflictions or distress (lke austerny). का आधार, 112 अजानाधिकरण गरार का अपने शरीर से अपने शरीर के उपद्रव को दूर न करना । वहार करना।
कायशुद्धि - Karanddhi. कायपरावर्तन - Kayapuritvarterta.
Bodily purity, cleanliness of body. Transformaton from sinful activities to sacred. परीर, म आदि की गुद्धि रहना और विनयवान होना -ness.
कायशुदि है। अवर्त-पाप व्यापार से कार को हटाना, अषस्थान्तर को प्राप्त
कायसमिति - Kayasainist. करण।
Any body - activity with care (rog protecting all कायप्रलिमा -Kiyapratirat.
micro baings etc.). One having suprermeradlanca (lustrous body)
जीवों की रक्षा आदि करते हुए सम्यक्ष प्रकार से ध्यावहारिक with completa & perfect characteristics
प्रवृति वारनी । स्थावर प्रतिमा केवलज्ञान होने के बाद सर्व लक्षों से युक्त
कायस्थिति-Kayasthiti. जितने समय इस लोक में विहर करते हैं उलने समय शरीर
State of soul in different body forms. सहित प्रतिबिम्ब।
एक काया परित्याग किये बिना अनेक भविषयक कायस्मिति कायाप्रत्यारस्थान -Kayapratyakhyana
होती है। Bodily renunciation.
काय स्वभाव-Kara Svabindra. शरीर के द्वारा भविष्यत् काल में अतिवार नहीं करना ।
Nature of body. कायप्रवीचार - Kayapravreira.
अशुधि, अपविधता कबीर का स्वभाव है। Copulation, Masturbation
कायिक - Kavika. शरीर से मैथुन सेवन करना।
Related to body (all types of activities etc.). कायप्राण - Karuprurta
काय के द्वारा की जाने वाली शुभ-अप क्रियाएँ जो आमय Praseros of vitality in body.
का कारण है। गरीर नामकर्म के उदय रोकायबल प्राण होता है। शरीर की
कायिकी-Kayiki. शेष्टा उत्पन्न करने का सामध्यसा ।
Bodily activity with bad Intention. कायबल -Kayabala.
दुष्ट मा पुरू होकर उद्यम कास्ना काधिकी किन्या कहलाती है। A lype of supernalural power.
कायोत्सर्ग-Kdyotsarge. ऋद्धि - (1) जिस ऋद्धि के प्रभाव से साधु मास, चातुर्मास
Splritual of meditative relaxation, (detachment अदि रूप कायोत्सर्ग करते हुए भी परिश्रम का अनुभव नहीं
with bady Recting of 'Namokar Mantra's कारते । (2) जिसके उपयोग से मुनि तीनों लोकों को कनिष्ठ
limes in 27 breathing cycles. अंगलि पर उठाकर अन्यत्र स्थापित करने में समर्थ होते है।
मुनियों काष्ठा आवश्यक कर्म, शरीर अदि से ममता स्थान प्रात्या काय भवस्य - Kaya Bharastha.
के सम्पुरा होना, 27 श्वासोश्याम में बार णमोकार मंत्र का Bom and reborn in the same body form. जाम्य शरना। एकही शरीर और मच में बारबार जन्म लेना ।