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परम पूज्य श्री 108 उपाध्याय मुनि भरत सागर जी महाराज का मंगलमय शुभाशीर्वाद
मुझे यह जानकर परम हर्ष है कि श्री दिगम्बर जैन कुंधु विजय ग्रंथमाला समिति, जयपुर (राजस्थान ) द्वारा भद्रबाहु संहिता एवं सामुद्रिक शास्त्र करलखन का प्रकाशन होने जा रहा है। भद्रबाहु संहिता ग्रंथ जैन दर्शन का एक निमित्त विषयक रहस्य ग्रंथ है। यह ग्रंथ आचार्य भद्रबाहु कृत है। वर्तमान में यह ग्रंथ अनुपलब्ध है। ग्रंथमाला समिति इस ग्रंथ का चित्र सहित प्रकाशन कर रही है जिससे सभी लोग विशेष रूप से लाभान्वित होंगे।
ग्रंथमाला समिति के प्रकाशन संयोजक गुरु उपासक श्री शान्ति कुमारजी गंगवाल व सहयोगी सभी कार्यकर्त्ताओं को हमारा मंगलमय शुभाशीर्वाद है कि संस्था के माध्यम से आगे भी महत्वपूर्ण ग्रंथों का प्रकाशन कार्य करते रहे।
उपाध्याय भरत सागर