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________________ यद्यपि कुछ प्रार्थना उपचारकों या "विश्वासी" उपचारकों को प्राणशक्ति उपचार के बारे में जानकारी नहीं होती होगी, इसका यह अर्थ नहीं कि उपचार के प्रभाव तथा ताकत में कुछ कमी हो सकता है। इस प्रकार के उपचारक बिना थके कई घंटों तक बहुत तेजी से उपचार कर सकते हैं। उन्नत प्राणशक्ति उपचारक भी उस काम की नकल करने में अपने आप को असमर्थ पाते हैं जो काम प्रार्थना उपचारक कर सकते हैं। प्रार्थना उपचार की पूर्व आपेक्षित आवश्यक्ता - Prerequisite for Healing by Prayer यदि आप प्रार्थना उपचारक बनना चाहते हैं तो आपको सलाह दी जाती है कि आप हमेशा ध्यान चिंतन और प्रार्थना नियमित रूप से करें और ईश्वर से यह प्रार्थना करें कि वह आपको उपचार करने का उसका एक माध्यम बनाये। उपचारक का ईश्वर पर भरोसा रखना चाहिए और उस पर ऐसा विश्वास रखें कि जो कुछ उसके आशीर्वाद से करेंगे, वह सब कुछ सम्भव है। प्रार्थना उपचार की विधि -- Procedure for Healing by Prayer (क) जो प्रार्थना आप हमेशा करते हैं, वह प्रार्थना कुछ मिनट तक करें। इसके बाद मन ही मन उपचार की यह प्रार्थना करें :"हे प्रभु, मुझे इसके उपचार का माध्यम बना। मेरे पूरे शरीर को पीड़ितों की सहायता के लिये करुणा से भर दे। हे प्रभु, मेरे इस शरीर में उपचार और ऊर्जा की शक्ति बहने दे। विश्वास भरा मेरा धन्यवाद स्वीकार कर ले।" । इस प्रार्थना को दो-तीन बार पूरी एकाग्रता और दृढ़ इरादे के साथ दोहराना चाहिए। इसे पूरे आदर, विनय, भावना और पक्के ध्यान के साथ करना चाहिए। (ख) जिन्हें प्राणशक्ति उपचार की जानकारी है, वे रोगी पर यह उपचार करें। इलाज के बाद ईश्वर को उसके आशीर्वाद के लिए धन्यवाद दें। रोगी से भी ईश्वर को धन्यवाद देने का निवेदन करें। (३)
SR No.090007
Book TitleAdhyatma aur Pran Pooja
Original Sutra AuthorN/A
AuthorLakhpatendra Dev Jain
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages1057
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Spiritual, & Yoga
File Size15 MB
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