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________________ (२२) मानसिक / मनोवैज्ञानिक रूप से पिछड़े रोगी Mentally/Psychologically Retarded Patients इनको ठीक करना अत्यन्त कठिन है । महीनों के उपचार के बाद तब कहीं थोड़ा सा सुधार प्रतिभासित होता है। कई वर्षों तक उपचार करना पड़ता है। इनका 11, 10 9 bh, 8 और रीढ़ की हड्डी प्रभावित रहते हैं। आंख और कान भी प्रभावित हो सकते हैं। 1 तथा 2 पर आंशिक रूप से खालीपन (depletion) रहता है तथा इनका उपचार करना चाहिए । (क) रोगी के माता-पिता अथवा अभिभावकों से साक्षात्कार कीजिए । (ख) समस्त शरीर, विशेषकर प्रमुख चक्र, आंखें, कान और रीढ़ की हड्डी की जांच कीजिए । (ग) (घ) GS C (समस्त मस्तिष्क, 11, 10 9 bh और रीढ़ की हड्डी ) ( IV या ev) / E (तद्नुसार IV या eV) (ङ) C (6, 7 ) ( IV या ev ) / E (तदनुसार IV या eV } - E 7, 7b के माध्यम से करें। (च) (छ) C (कान) ( IV या eV ) / C' (आंख, bh, 9 ) ( IV या eV) E (तदनुसार IV या eV) eV ) / E ( bh, 9) ( तद्नुसार IV या (ज) C (1,p, 2) G / E IR यह अति महत्वपूर्ण है क्योंकि 1 तथा 2 की ऊर्जा का एक अंश स्वतः ही उच्च श्रेणी की ऊर्जा में परावर्तित हो जाती है जो उच्च चक्रों के उपयोग में आती है । यह उच्च चक्रों के यथोचित परिचालन के लिये आवश्यक है । (झ) उपचार को सप्ताह में दो या तीन बार दोहराइये । (२३) विविध व्यक्तित्व का रोग Multiple Personality Syndrome इस रोग में अलग-अलग समय में रोगी का अलग-अलग व्यक्तित्व होता है, जिसका एक दूसरे से कोई सम्बन्ध नहीं होता। उदाहरण के तौर पर, सामान्य ५.३९३
SR No.090007
Book TitleAdhyatma aur Pran Pooja
Original Sutra AuthorN/A
AuthorLakhpatendra Dev Jain
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages1057
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Spiritual, & Yoga
File Size15 MB
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