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________________ + (१६) * पैरेनोइड रोगी - Paranoid Patients इनका उपचार वही है जो हिंसात्मक रोगियों का है। 11, bh, 10, 9, कान चक्र, 6, 3 और 1 प्रभावित रहते हैं। उनकी रक्षात्मक जालियों में दरारें ह हैं और जिनमें नकारात्मक परजीवी और / अथवा नकारात्मक सोच के आ भरे होते हैं। इन लगभग सभी उक्त वर्णित चक्रों दरारें होती हैं या प होते हैं और नकारात्मक परजीवी होते हैं । 11, 9 तथा 6 में संग्र नकारात्मक और संवेदन अथवा नकारात्मक सोच के आकार होते हैं। 9, 6, और 1 अधिक सक्रिय होते हैं और इनका संकुचन करना होता है। 10 खालीपन होता है. इसलिए इसका E' करना चाहिए । बहुत से हिंसात्मक रोगों पैरानोइड भी होते हैं। नोट: नकारात्मक विचार और संवेदन, नकारात्मक सोच के आकार, नकारात् ऊर्जा, नकारात्मक परजीवियों की प्रकृति के अतिरिक्त उक्त क्रम (१८) (१६) में वांछित उपचार की कार्यप्रणाली में कोई अन्तर नहीं है। eV उपयोग के समय अपनी-अपनी प्रकृति के नकारात्मक पदार्थों की सफाई अ निष्कासन की इच्छाशक्ति करनी चाहिए । ( २० ) हिंसात्मक रोगियों में बैचेनी और अनिद्रा * Restlessness and Insomnia in violent patients इनका 1 अधिक सक्रिय होता हैं इसके फिल्टर में दरार या छेद होते हैं अ नकारात्मक परजीवियों से भरा होता है। (क) रोगी का साक्षात्कार करें। (ख) मुख्य चक्रों की जांच करें। (ग) GS eV (घ) C 1 eV / E' ev, संकुचन करिए ) | ev करिए । निम्न चक्र प्रायः IBE IB द्वारा ढाई इंच के आकार के ऊर्जन के समय कुछ अधिक इच्छाश ev के प्रति अग्राह्य होते हैं । इस रोग में रोगी का मस्तिष्क अव्यवस्थित हो जाता है। उसे सौन्दर्यता, विशालता, परेशानी आदि का वि हो जाता है। आम तौर पर रोगी दूसरों को सन्देह की दृष्टि से देखता है और उन पर अविश्वास करत अथवा उनके विषय में उसको गलतफहमी होती है। ५.३९०
SR No.090007
Book TitleAdhyatma aur Pran Pooja
Original Sutra AuthorN/A
AuthorLakhpatendra Dev Jain
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages1057
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Spiritual, & Yoga
File Size15 MB
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