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________________ (क) Gs (ख) C (6, 7, 9, 11, 1)ev -- सम्बन्धित नकारात्मक सोच के आकारों, नकारात्मक ऊर्जाओं और नकारात्मक परजीवियों के निष्कासन तथा नष्टीकरण के लिए। (ग) E (6, 7, 9, 11, 1 ) ev -- चक्र के तड़के हुए भागों की मरम्मत तथा छेदों को सील करने हेतु और सकारात्मक सोच के आकारों के सृजन हेतु। E7, 7b के माध्यम से करें । उपक्रम (३) जो व्यक्ति बात-बात में घबड़ाते रहते हैं, उनका उक्त उपक्रम (१) में वर्णित (8, 8) के स्थान पर 10 प्रभावित रहता है। (क) Gs (ख) (6, 7, 9, 11, 10) ev.. घबड़ाहट सम्बन्धी नकारात्मक सोच के आकारों, नकारात्मक ऊर्जाओं और नकारात्मक परजीवियों के निष्कासन तथा नष्टीकरण के लिए। (ग) E (6, 7, 9, 11, 10) ev -- चक्र के तड़के हुए भागों की मरम्मत तथा छेदों को सील करने हेतु और सकारात्मक सोच के आकारों के सृजन हेतु। E 7, 7b के माध्यम से करें । उपक्रम (४) जो व्यक्ति न चाहते हुए भी बिस्तर में पेशाब करते हैं, उनके उपक्रम (१) में वर्णित (8, 8') के स्थान पर गुर्दे, 3 और 2 प्रभावित रहते हैं। (क) Gs (ख) C (6, 7, 9, 11, K, 3, 2) ev-- जबर्दस्ती पेशाब निकलवाने नकारात्मक सोच के आकारों, नकारात्मक ऊर्जाओं और नकारात्मक परजीवियों के निष्कासन तथा नष्टीकरण के लिए। ५.३७३
SR No.090007
Book TitleAdhyatma aur Pran Pooja
Original Sutra AuthorN/A
AuthorLakhpatendra Dev Jain
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages1057
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Spiritual, & Yoga
File Size15 MB
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