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________________ } (१०) उच्च कोलेस्ट्रोल- High Cholesterol 6 पर घनापन होता है तथा L भूरा सा लाल होता है। शरीर के कोलेस्ट्रॉल स्तर को नियंत्रित करता है। आम तौर पर 4 प्रभावित हो जाता है। कई केसों में यह तनाव से भी संबंधित होता है । (क) GS (ख) (ग) (घ) C6CLE 6GBV- इस चरण की प्रक्रियाओं पर विशेष ध्यान दें। C (14) /ER C7/ E 7 (7b के माध्यम से) (कम G) V रोगी को आंतरिक शांति पहुंचाने के उद्देश्य से है । (घ) (ङ) (ङ) (च) (११) गैस्ट्रो- आंत्रिक संक्रमण - Gastrointestinal Infections (क) GS (२ या अधिक बार ) (ख) C (11, 10, 9, bh, 8)/ E GV आवश्यक्तानुसार सप्ताह में तीन बार उपचार करें। 1x यह 7 को सक्रिय करके C" 6, C' (L 4 पेट के क्षेत्र पर ) - यह चरण अति महत्त्वपूर्ण है; क्योंकि यह यदि ठीक प्रकार नहीं हुआ, तो विपरीत प्रक्रिया होगी। बुखार बढ़ सकता है अथवा दर्द और पतले दस्तों से हालत ज्यादा खराब हो सकती है। (ग) E (6, 4) GBV / C - आंत्रिक रक्तस्राव होने की दशा में EG न करें, क्योंकि यदि E G ठीक प्रकार नहीं हुआ तो और अधिक रक्तस्राव हो सकता हE को धीरे से करें। यदि E अधिक इच्छा शक्ति से किया तो भी रक्तस्राव हो सकता है। चरण (क), (ख) तथा इस चरण पर विशेष ध्यान दें। गया, C7/E ५.२६४ थायमस (7b के माध्यम से) GV C' Lu7ELu (lub के माध्यम से ) GO- इससे उपचार को गति मिलेगी क्योंकि इसका रक्त व समग्र शरीर पर सफाई का प्रभाव पड़ता है। EO के समय अपनी उंगलियां रोगी के सिर की ओर इंगित न करें।
SR No.090007
Book TitleAdhyatma aur Pran Pooja
Original Sutra AuthorN/A
AuthorLakhpatendra Dev Jain
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages1057
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Spiritual, & Yoga
File Size15 MB
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