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(छ) C (1, 4)/ E (W या R) - यह प्रतिरक्षात्मक तंत्र को मजबूत करने
तथा शरीर को शक्ति पहुंचाने के लिए है। (ज) आवश्यक्तानुसार उपचार दोहराएँ। श्वास नली में सूजन, इन्फिलुएन्जा (एक प्रकार का संक्रामक ज्वर)* Bronchitis, Influenza and Pneumonia (क) GS (२) (ख) C" B, C L-6 का C करना बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे बुखार
कम होने में सहायता मिलेगी! E 6 GB (यदि समुचित C 6 नहीं किया, तो बुखार बढ़ जाएगा) रोगग्रस्त ऊर्जा को शीघ्र निकालने हेतु 5 60- यह क्रिया मात्र अनुमवी
और कुशल प्राणशक्ति उपचारक ही करें। (घ) C7IE 7b Gv (ङ) C (Lu, Tb)/ E Lu (Lub के माध्यम से) Gov - 0 के समय अपनी
उंगलियां रोगी के सिर की ओर इंगित न करें। (च) C (9, 8, 8)/ E GBV
c5 Ew- सावधानी से (ज) C (4, 1/ E 4 w
C (बाहों तथा पैरों पर तथा a, e, R, h, k, S)/ E (a, e, H, k, SVप्राण ऊर्जा को हड्डियों के अन्दर जाते हुए दृश्यीकृत करें। यह शरीर की प्रतिरक्षात्मक तंत्र को सुदृढ़ करने हेतु है। इस चरण को दिन में एक बार से अधिक न करें, अन्यथा विपरीत प्रक्रिया हो सकती है। 6 और 5 में प्रेषित
की गयी प्राणशक्ति का स्थिरीकरण न करें। (ञ) (क) से (छ) में वर्णित प्रक्रिया आवश्यक्तानुसार दिन में कई बार दोहरायें। (ट) निमोनिया गम्भीर बीमारी है, अतएव रोगी को इसके अतिरिक्त मैडीकल
उपचार भी करना चाहिए। *नोट- इन्फिलुएन्जा निस्पंदी वायरस द्वारा संक्रामक महामारी को कहते हैं।
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