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________________ (अ) C (आपरेशन किया हुआ क्षेत्र) /E GV' डी होने की "ति को और तेज करने के लिए, C' (1. 4, 6)/ E (1, 4) R तथा 5 6 W (ठ) खोखले प्राण ऊर्जा वाले (Depleted) ऊर्जा चक्रों का CLE GV (द) अगले कई दिनों या सप्ताहों तक उपचार को दोहरायें। उपक्रम (२४) भोजन का विषाक्त हो जाना- Food poisioning (क) C' (पेट विशेषकर निचला हिस्सा, 6, 4) (ख) E6 GB/E' 4 G - B (ग) C (6, 4) (घ) यदि लाभ न हो, तो तुरन्त मैडिकल डॉक्टर से मिलने के लिए कहें। उपक्रम (२५) अनिद्रा- Insomnia अनिद्रा के रोगी का 1 अति सक्रिय होता है। यह भावनात्मक कारणों से हो सकता है। 6 भी आम तौर पर अति सक्रिय और घना होता है। 11, 10, 9. 8 आंशिक रूप से प्रभावित होते हैं। (क) GS (२) (ख) C (6, 1) --- कुछ केसों में इसी से नींद आ जायेगी। (ग) यदि आवश्यक हो तो (1, 6) को संकुचित (inhibit) E B से करें, B प्राण निद्रा लाने वाला और सकून पहुंचाने वाला होता है। (घ) C (11, 10, 9. 8) (ङ) C 4IE W - शरीर को शक्ति प्रदान करने के लिए। उपक्रम (२६) शरीर में जमा विजातीय कठोर पदार्थों को टुकड़े-टुकड़े करना (जैसे पथरी) -- Disintegrating Deposits (क) CAP) [E MB (स्थानीयकरण प्रभाव के लिए- यह पर्याप्त मात्र में ऊर्जित करिये, अन्यथा विनाशकारक ऊर्जा शरीर के अन्य भागों में फैल जायेगी), mG, mo - (यह पदार्थों को गलाने तथा तोड़ने के लिय प्रक्रिया है) (ख) अगले कई दिनों तक उपचार को दोहराइये ५.१९८
SR No.090007
Book TitleAdhyatma aur Pran Pooja
Original Sutra AuthorN/A
AuthorLakhpatendra Dev Jain
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages1057
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Spiritual, & Yoga
File Size15 MB
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