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(३) कभी भी Vतथा Y का एक साथ प्रेषण न कीजिए क्योंकि इसके
प्रभाव से कोशिकाओं का शीध्र अव्यवस्थित विकास (irregular
growth) होगा। (8) इसका एक नियम समझों कि जब कभी भी v को प्रेषित करना
हो, तो उससे पहले G को प्रेषित करें। यह v का अधिक शक्ति
होने के कारण सुरक्षा की दृष्टि से है। (११) नारंगी-लाल रंग की ऊर्जा --- Light whitish Orange-Red Energy (o-R)
(क) स्रोत- वायु प्राण-माध्यम 1 (ख) रचना- केन्द्र में ७० प्रतिशत प्रकाशवान सफेद, तत्पश्चात् केन्द्र से लगे ।
हुए मध्य भाग में १५ प्रतिशत या उससे अधिक हल्का लाल एवम् परिधि में १५ प्रतिशत या उससे कम हल्का नारंगी प्राण ऊर्जा शरीर पर प्रभावी गुणयह सफाई एवम् निष्कासन का प्रभावी तौर पर कार्य करता है। ताजे घाव के केस में अधिक 0 रक्तस्राव को बढ़ा देता है। R का शक्तिदायक प्रभाव होता है और यह कोशिकाओं को तीव्र गति से
बढ़ाता है। W अन्य वांछित रंगों को प्रदान करता है। (घ) शारीरिक उपयोग(१) ताजे घाव के तुरन्त उपचार के लिए। इससे कोशिकाओं का
तेज गति से निर्माण होने के कारण तुरन्त उपचार हो जाता है। 0 कोशिकाओं को तेज गति से विभाजन करती है और R उनको तेज गति से निर्माण और परिपक्व करती है। W भी उतनी ही आवश्यक है जितनी ० या R – अन्दर से ताजा घाव अति शीघ्र ही बन्द हो जायेगा और ठीक हो जायेगा, किन्तु बाहर की त्वचा मृत कोशिकाएं होने के कारण बन्द नहीं होगा। इसलिए इस उपचार के द्वारा बाहरी त्वचा पर एक पतली कटी सी रेखा बन जायेगी। यह स्वस्थ व्यक्तियों को बहुत ही शीघ्र आराम पहुंचाती है।
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