________________
उपक्रम (२) खसरा, जर्मन मीजल्स व छोटी माता- Measles, German Measles
and Chicken Pox (क) GS (३ या ४) (ख) (चेहरा, गला, धड़ के अगली व पिछली ओर, AP और पेट पर विशेष
ध्यान) (ग) C ( २० बार) (6. LE 6 - शरीर की प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाने के
लिए।
(घ) (4, H, s) - H तथा 5 में प्रेषित प्राणशक्ति का स्थिरीकरण न
करें। (ड) GS तथा C दिन में दो-तीन बार करें।
(च) इलाज की प्रमुखता शरीर को अच्छी तरह सफाई पर देनी चाहिए। उपक्रम (३) कर्णमूल शोथ तथा टॉन्सिलाइटिस- (Mums and Tonsillitis)
(क) GS (३) (ख) C' (गला व गर्दन का पूरा हिस्सा) (ग) C' (8, 8'E (घ) Tj (दिन में दो बार) (नोट- इसमें E रोगी के आराम मिलने तक
करें)
(ङ) उपरोक्त उपक्रम (१) में वर्णित उपचार करें। उपक्रम (४) मसूढ़ों में रक्त का रिसाव- Gum Bleeding
(क) C' तथा E (AP) (ख) T (8, j) (ग) आवश्यक्तानुसार इलाज को दोहरायें।