SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 543
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ (ट) शिशुओं और बच्चों के लिये थोड़ी सी C6 कर लें। थोड़े समय में ही तापमान कम हो जायेगा। यदि जरूरत हो, तो इस इलाज को दिन में कई बार करें। (ठ) यदि रोग के लक्षण यथावत रहें, तो रोगी को मैडिकल डॉक्टर तथा उन्नत प्राणशक्ति उपचारक से मिलने के लिए कहें। उपक्रम (१०) हिचकियां- Hiccup (क) 76. जब तक रोगी ठीक न हो जाए (ख) यदि रोगी लम्बे समय से पीड़ित है, तो T 4 जब तक रोगी ठीक नहीं हो जाता। (ग) आवश्यक्तानुसार इलाज कई बार करें। उपक्रम (११) भूख कम लगना- Poor Appetite (क) । (6, 4) (ख) जरूरी हो, तो दुबारा इलाज करें। उपक्रम (१२) पेट दर्द और गैस दर्द- Stomach Pain and Gas Pain (क) 6f, 4 और पेट की जांच करें! (ख) C (61, 4, पेट)/E (6f, 4)- यदि C ठीक नहीं हुई, तो रोगी में उग्र प्रतिक्रिया हो सकती है या उसकी हालत बिगड़ सकती है। (ग) कई केसों में C' (6f, 4 और पेट के ऊपर के व निचले भाग) से आंशिक या पूरी तौर पर रोगी ठीक हो जाता है। (घ) रोग के लक्षण यथावत रहने की दशा में रोगी को मैडिकल डॉक्टर तथा उन्नत प्राणशक्ति उपचारक से मिलने के लिए कहें। उपक्रम (१३) दस्त (अतिसार पानी जैसा दस्त आना)– Diarrhoea (क) 6f, 4 और पेट की जांच करें। (ख) Gs
SR No.090007
Book TitleAdhyatma aur Pran Pooja
Original Sutra AuthorN/A
AuthorLakhpatendra Dev Jain
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages1057
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Spiritual, & Yoga
File Size15 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy