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(५)
सीधे खड़े रहते हुए, पैरों की दूरी अपनी सुविधानुसार रखते हुए, अपनी कमर को अधिक से अधिक व्यास के गोलाकार आकार में घड़ी की दिशा में बारह बार घुमायें, फिर इसी प्रकार बारह बार घड़ी की उल्टी दिशा में घुमायें। सीधे खड़े होकर, अपने दांये पैर, को अन्दर की ओर मोड़ें, फिर वापस स्थिति में आ जायें, इस प्रकार कुल बारह-बारह बार करें एवं इसी प्रकार बांये पैर द्वारा इसको करें।
अथवा
किसी कुर्सी या मेज आदि पर बैठकर बारह-बारह बार दोनों पैरों (feet) की । उक्त कसरत एक साथ कर सकते हैं। सीधे खड़े होकर, अपने दांये पैर (foot) को एड़ी को केन्द्रित करते हुए घड़ी की दिशा में बारह बार घुमायें, फिर घड़ी की उल्टी दिशा में बारह बार घुमायें इसी प्रकार बांये पैर को भी बारह-बारह बार घुमायें।
अथवा किसी कुर्सी या मेज आदि पर बैठकर बारह-बारह बार दोनों पैरों (feet) को
क्रमशः घड़ी की दिशा तथा घड़ी की उल्टी दिशा में एक साथ घुमायें । (e) खड़े होकर अपने पैरों को आपस में लगभग नगण्य बहुत कम दूरी रखते ।
हुए थोड़ा झुककर अपने हाथों को अपने दोनों घुटनों पर रखकर, अपने दोनों घुटनों को घड़ी की दिशा में सुविधानुसार धीरे-धीरे घुमायें, फिर घड़ी की उल्टी दिशा में बारह-बारह बार धीरे-धीरे घुमायें। सीधे खड़े होकर, हाथों को सामने फैलाकर, दोनों हथेलियों को उल्टे रखकर, दोनों हथेलियों को एक साथ अन्दर की ओर मोड़ें, फिर यथावत __ स्थिति में आ जाएं। ऐसा कुल मिलाकर बारह बार करें। (१०) उक्त स्थिति में कलाई को केन्द्रित करते हुए दोनों हथेलियों को घड़ी की
दिशा में बारह बार घुमायें, फिर घड़ी की उल्टी दिशा में बारह बार घुमायें। .
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