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फैरम फौस | रक्त कणों में पांडुरोग (एनीमिया) तथा रक्त की (Ferrous
कमी से होने वाले अनेक प्रकार के Phosphate)
रोगों में असरकारक। हर प्रकार के ज्वर में इस क्षार का प्रथम उपाय के रूप में उपयोग हो सकता है। भुलततडपन और एकाग्रता की कमी
में उपयोगी दवा। । ५. | कालीन्युर | रक्त, स्नायु और | रक्त, स्नायु और मज्जा-तंतुओं से
(Potassium | मज्जा-तंतुओं में | संबंधित रोगों, अजीर्ण, अपच, दस्त, Chloride)
उल्टी और कोमल अवयवों के सूजन में लाभदायक। यकृत को तेज करने वाली दवा। सांस से सम्बद्ध सभी
रोगों का उत्तम इलाज। काली फॉस । मस्तिष्क, ज्ञान- | मस्तिष्क और ज्ञानतंत्र संबंधी सभी (Potassium तंतुओं तथा | रोगों में असरकारक। सभी बारह क्षारों Phosphate) मज्जा-तंतुओं में | का राजा। मानसिक रोगों में उत्तम
| कार्य करने वाला। काली सल्फ | त्वचा और शिराओं त्वचा संबंधी रोगों, जंतुजन्य ज्वर, (Potassium
संधिवात के रोगों में लाभप्रद। स्त्रियों Sulphate)
के लिए सौंदर्यवर्धक। मैग फॉस ।
यह क्षार विस्तृतीकरण करता है। हर (Magnesium मज्जा-तंतु और प्रकार के दर्द, पीड़ा, शिरोवेदना, Phosphate) रक्तकण में। हिचकी, तनाव, लकवा, विभ्रम आदि में
लाभदायक। नैट्रम म्युर | शरीर के पानी में | लू लगना, पानी का शोषण करने (Sodium
वाले रोगों (Dehydration), अनिद्रा, Chloride)
| मस्तिष्क की कमजोरी, हृदय की अनियमित गति वगैरह में प्रभावशाली।
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