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________________ इन बारह दवाओं की नामावली, उनके स्थान और किन रोगों में ये प्रभावी हैं, इसकी तालिका नीचे दी गई है:क्र.सं. | दवा का नाम ! किन कोषों में है । किन रोगों में प्रभावी है । कैल्कर फॉरा | दाँत, हड्डियों, रक्त | पिछले कॉलम में दर्शाए कोषों से (Calcium और कोमल संबंधित रोग, इन कोशों के रोगों से Phosphate) माँसपेशियों में सम्बद्ध अन्य भागों के रोगों में (Tissue) असरकार, जैस - शोक, चिंता, | चिड़चिड़े स्वभाव, सर्दी, अरुचि, साँस की तकलीफ. रुक-रुककर आने वाली | पेशाब की तकलीफ में राहत मिलती है। २. कैल्कर सल्फ | शिराओं के बीच में जुकाम, खाँसी, क्षय, फोड़े, व्रण, आँतों (Calcium | स्थित रोग उत्पन्न | में पड़े चकत्ते, कान में सूजन, पीव, Sulphate) __ करने वाले पेशाब में खून व पीव, संधिवात विजातीय द्रव्यों को | इत्यादि में राहत। बाहर निकालने में सहायक ३. । कैल्कर फ्लोर | रेशों और मज्जा | इस क्षार का गुणधर्म संकोचन करना | (Calcium -तंतुओं में | है। जिन रेशों-स्नायुओं में शिथिलता Fluoride) आ गई हो, उन्हें मजबूत करने के लिए इस क्षार का उपयोग होता है। पांडुरोग और खून की कमी के कारण होने वाले अनेक प्रकार के रोगों में असरकारक। हर प्रकार के ज्वर में प्रथम उपचार के रूप में इस क्षार का उपयोग हो सकता है। ३.४०
SR No.090007
Book TitleAdhyatma aur Pran Pooja
Original Sutra AuthorN/A
AuthorLakhpatendra Dev Jain
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages1057
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Spiritual, & Yoga
File Size15 MB
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