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________________ tic cords से यह पुरु वृषण Testis | यह वृषण | Testes में Testosterene harmone का उत्पादन होता | यह दो होती | कोष है। यह हार्मोन पीयूष ग्रंथि (Pitutary gland) में उत्पादित | (Scortu ! Luteinising harome के नियंत्रण में होता है। (चित्र २.३२) m) Testosterene का स्त्रावण यौन परिपक्वता के समय काफी Testosterd Sperma | बढ़ जाता है और जिसके कारण पुरुषोचित विकास होते हैं | | जैसे दाढ़ी, मूंछों का उगना, आवाज का भारी होना. जननाङ्गों | suspen | का बड़ा हो जाना। ded वृषण में Sex cells (spermatozoa या Sperm) रहते हैं। । (शुक्राणुओं) का भी निर्माण होता है, जिनका स्टोरेज | अधिवृषण (Epididymus) में होता है। वहाँ से वे शुक्र माननाङ्ग बाहिनी Mas. deferene) के द्वारा शुक्राशय (Seminal का एक vesicle) में आते हैं। अङ्ग है। स्पर्म सैल (Sperm cell) के मध्य भाग में ऊर्जा को मुक्त करने (energy release) वाली रचना (structure) होती। है, जिसको mitochondria बोलते हैं। इसके द्वारा पूँछ sperm (शुक्राणु) स्त्री के जननांग में आगे बढ़ती है। यह शुक्राणु ०.०५ मिलीमीटर लम्बा होता है, इसको लगभग १० सप्ताह परिपक्व होने में लगते हैं। प्रत्येक अण्डकोष (Testicle) १,५०० शुक्राणु प्रति सैकिन्द उत्पन्न करते हैं। ये | शुक्राणु लगभग ३ मिलीमीटर प्रति घंटे की गति से तैरते हैं। अण्डकोष (Testicle) जो शरीर के बाहर लटके रहते हैं, पेट के निचले हिस्से (Abdomen) से कुछ डिगरी ठंडे रखे जाते हैं। ये शुक्राणु के उत्पादन के लिए आवश्यक होता है। इन अण्डकोषों में लगभग 4000 Seminiferous tubules | होते हैं जहाँ शुक्राणु का उत्पादन होता है। उनको विशेष कोषों द्वारा पोषण (nourishment) मिलता है, तब वे परिपक्वता के लिए epididymis में जाते हैं, जहाँ उनका स्टोरेज (Storage) होता है जब तक उनकी आवश्यकता नहीं पड़ती। इन उपरोक्त अन्तःस्त्रावी ग्रन्थियों के अतिरिक्त शरीर के कुछ अन्य अङ्ग भी हार्मोन्स उत्पन्न करते हैं। उनका विवरण निम्न प्रकार है : २.४१
SR No.090007
Book TitleAdhyatma aur Pran Pooja
Original Sutra AuthorN/A
AuthorLakhpatendra Dev Jain
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages1057
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Spiritual, & Yoga
File Size15 MB
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