SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 290
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ त्वचा में दो मुख्य सतह होती है -- एक बाह्य और एक आभ्यन्तर, जैसा कि चित्र २.१० में दर्शाया है। त्वचा शरीर का सबसे बड़ा अंग है। इसके सतह का क्षेत्रफल २ वर्ग मीटर तक होता है। एक औसत जीवन में शरीर लगभग ४० किलोग्राम त्वचा उतारती है। (ख) स्वाद संवेदन – जीभ इससे हमें भिन्न-भिन्न स्वाद की जानकारी मिलती है। यह हमारी वाणी का नियंत्रण भी करती है। जीभ के भिन्न-भिन्न भागों से विभिन्न स्वादों की निम्न प्रकार जानकारी होती है :पिछला हिस्सा कड़वा मध्य भाग कोई नहीं किनारों पर पीछे की ओर खट्टा किनारो पर सामने की तरफ नमकीन सामने का भाग मीठा जीभ के ऊपर १०,००० से अधिक स्वाद-अंकुर होते हैं। उक्त सम्बन्ध में चित्र २.११ तथा २.१२ का अवलोकन करिए । (ग) घ्राण-संवेदन - नाक नाक हमारी श्वास क्रिया में सहायता करती हैं। नाक के नासिका कोटर में स्थित घ्राण प्रदेश हमें गंध की जानकारी देते हैं। नाक की संरचना चित्र २.१३ में दर्शायी गयी है। (घ) दृष्टि संवेदन - आँख Vision- Eyes यह हमारे शरीर में स्थित रंगीन कैमरा व प्रोजैक्टर हैं। आँखों के सभी भीतरी भाग एक साथ काम करते हैं। आँख की पुतली से प्रकाश भीतर प्रवेश करता है, तथा पुतलियाँ ही इसका नियमन करती हैं। अँधेरे में पुतलियाँ चौड़ी हो जाती हैं, ताकि प्रकाश भीतर आ सके। यह चौड़ाई एक से आठ मिलीमीटर तक बदलती रहती है, जो कि प्रकाश तीव्रता पर निर्भर करती है। उजाले में पुतलियों का संकोचन
SR No.090007
Book TitleAdhyatma aur Pran Pooja
Original Sutra AuthorN/A
AuthorLakhpatendra Dev Jain
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages1057
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Spiritual, & Yoga
File Size15 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy