________________ मरिऊणं सोमसिरी जयवंसा कब संपयं वसई। कवणं गइंगमिस्स एवं चिय कहसुनाणेण 40|6|| नणियं सोमसिरी सा नियपिउणोतुन पायमूलंमि। चिसंपश्सुकं मुंजती इलियं एसाए % E (नणिया सा मुणिवश्णा सोमसिरी नियय ताय पयमूले) पागंतरं. पुणरवि सुरनरसुकं जुत्तूण कमेण पंचमे जम्मे / पाविहि मुकसुकं जिणजलपूाणुनावणं५०? सोऊण श्मं वयणं कुंलसिरी हरिसनिारसरीरा / दूरा समुझेचं पणम पयपंकयं गुरुणो // 51 // 18 पुणरवि पुलश्जयवं कुंजारो संपर्छ वसइ कब / जेण कर्ज उवयारो मह पुत्विं कुंलदाणेणें // 5 // (जण य जो कुंजारो स मरिचं कब संपयं वसइ) पागंतरं. नणियासामुणिवश्णा नद्दे मरिऊण सोसमुप्पन्नो।अणुमोयणागुणेणं नरनाहो तुह पिया एर्स 53|6| रायाविय संतुझो एवं सोऊण पुवनवचरियं / पणम पुणो पुणविय धरणियल निहत्तंसीसेण॥॥ जाईसरणं जायं तिन्हं पिहु पुत्वजम्मसंबई / निसुणंताणं ताणं साहिऊं तं निययचरियं // 5 // जयवं तुम्हेहि श्मं जहहियं अम्ह साहियं चरियं। अम्हेहि वि विन्नायं जाईसरणेन नीसेसं॥५६॥ जम्मंतरावराहं कुंनसिरी उग्गयाश्नारीए / नमिऊण नावसारं खमाविया कमविलग्गाएं॥५॥ नणिया तुम महासश्वाहिघडं मक्ष सीसदेसाठ। उत्तारिही" सकरुणं काऊणं अत्तणो हियय॥ 8 1 वट्ट / 2 एयं / 3 पाविहश् / 4 घडपयाणेण / 5 एसो / 6 विहित / 7 मुणिंदेणं / जाईसरणेण / ए प-5 यविलग्गाए / 10 वाभिघडं / 11 उत्तारेह / 12 सकुरुणं / AN Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak T