________________ ki. ToF // श्री जिनाय नमः // सुमित्र चरित्रम // 1 // com (गूर्जरभाषांतर सहितं) ॥अथ श्रीसुमित्रचरित्रं प्रारभ्यते // (कर्ता-श्रीहर्षकुंजर उपाध्याय) छापी प्रसिद्ध करनार-विठलजी हीरालाल हंसराज-(जामनगरवाळा) Shree+-c AIR की बहाचार अन बागवमानाचा सश्रीकः सुमनःसेव्यः / साधुशाखः सुरद्रुवत् // पल्लवैः पूरिताशः श्री-पार्श्वनाथः श्रियेऽस्तु वः // 1 // ___ अर्थ-केवलज्ञानरुपी लक्ष्मीवडे शोभता, अनेक देवोवडे सेवाता, कल्पवृक्षनी जेम अनेक साधुरुप सुंदर शाखाओवाळा तेमज कल्पवृक्षनी जेम पल्लवोवडे भव्यजनोनी आशाने पूरवावाळा श्रीपार्श्वनाथप्रभु तमारा कल्याणने माटे थाओ? // 1 // मनोगतफलश्रेणीः। श्रीयुगादीश्वरादयः / वर्तमानास्तथान्येऽपि / कुर्वतु श्रीजिनेश्वराः॥२॥ | अर्थ-श्रीयुगादीश्वर विगेरे वर्तमान चोवीशीना तथा अन्य अतीत, अनागत चोवीशीना अने विहरमान जिनेश्वरो मनवांछित | फळनी श्रेणिने आपो-करो? // 2 // P.P.AC.Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust