________________ TATTA जाहिर खवर लावण्यवतीसुदर्शननाटक. यह ग्रन्थ मुरादावादनिवासी शालिग्राम वैश्यने रचाहै कि जिसमें राजकुमारी लावण्यवती, और इसकी सखियां सरोजिनी, स्वर्णलता, प्रेमलता और राजकुमार सुदर्शन तथा इसके परम मित्र सुलोचन इत्यादिकोंका अन्योन्य नाटककी रीतिसे ऐसा वियोगान्त पूरा प्रेम झलकाया है कि जिसके बांचते 2 मनहरण होता है. वही हमनें बड़े परिश्रमसे शुद्ध कराके उत्तम टाईपमे अच्छे जिकने पुष्ट कागज पै छपवायके प्रसिद्ध किया है. की. 12 आ. ट. 2 आना राजा दुष्यन्त व शकुन्तला चरित्र. प्रकट हो कि इस असार संसारमें कैसे 2 महात्मा लोग बुद्धिमान् होगये हैं और होते चले जाते हैं कि जिन्होंने अनेक प्रकारके ग्रन्थ रचकर संस्कृत और भापामें बनाये हैं कि जिनके देखनेसे मन संसारी काम्य P.P. Ac. Cunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak Trust